भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में भले ही अपने प्रयासों का चालीसा हर तीसरे दिन पढ़ते रहते हो परंतु हेल्थ इंडेक्स 2019-20 के अनुसार मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं भारत में सबसे घटिया हैं। सबसे बेकार सेवाएं देने वाले 3 राज्यों में मध्य प्रदेश का नाम शामिल है।
हेल्थ इंडेक्स 2019-20 में मध्यप्रदेश 17 नंबर पर
भारत के नीति आयोग द्वारा जारी हेल्थ इंडेक्स 2019-20 के अनुसार भारत के 3 राज्य जहां की स्वास्थ्य सेवाएं सबसे ज्यादा खराब है, उनके नाम बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश घोषित किए गए हैं। भारत के 19 बड़े राज्यों की लिस्ट में मध्यप्रदेश का नाम 17वें नंबर पर है। निश्चित रूप से यह चिंता का विषय है। स्थिति इसलिए भी गंभीर मानी जा सकती है क्योंकि सरकार का पूरा फोकस स्वास्थ्य और शिक्षा के बजाय आरक्षण पर है।
राजस्थान और उड़ीसा सुधर गए मध्य प्रदेश बिगड़ गया
2014-15 की हेल्थ इंडेक्स में राजस्थान और उड़ीसा जैसे राज्य मध्य प्रदेश से नीचे थे। यानी मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं राजस्थान और उड़ीसा से बेहतर थी लेकिन ताजा रिपोर्ट में दोनों राज्य मध्य प्रदेश से आगे निकल गए हैं। नतीजे कहते हैं कि दोनों राज्यों की सरकारों ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए काम किया जबकि मध्य प्रदेश की सरकार ने ध्यान नहीं दिया और स्वास्थ्य सेवाएं लचर होती चली गई। सबसे अच्छी स्थिति केरल की है। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु और तेलंगाना का नाम है।
यह हालात उस समय है जबकि कोरोनावायरस महामारी का दौर चल रहा है। सन 2020 में कितने लोगों की महामारी के कारण मौत हो गई, याद दिलाने की जरूरत नहीं। यदि स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होती तो शायद कुछ लोग जिंदा होते हैं। सनद रहे कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी हैं, जो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के आशीर्वाद से इस पद पर पदस्थ किए गए हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें