इंदौर। मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा मंत्री ने परीक्षाओं को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति खड़ी कर दी है। उच्च शिक्षा विभाग ने परीक्षा के ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन मोड को लेकर यूनिवर्सिटी को स्वतंत्र कर दिया था लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन सिंह यादव ने ऑनलाइन परीक्षा कराने से मना कर दिया। मंत्री डॉ यादव के बाद से लेकर अब तक डिपार्टमेंट की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं हुआ है।
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट एक बार फिर उच्च शिक्षा विभाग के आदेश का इंतजार कर रहा है। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाएगी तब तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में परीक्षाओं का आयोजन नहीं होगा। अलबत्ता यूथ फेस्टिवल की तैयारी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि जनवरी पहले सप्ताह के बाद परीक्षा आयोजित हो सकती है। जबकि एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक दिसंबर-जनवरी के बीच पहले, तीसरे, पांचवे, सातवें और नौवें सेमेस्टर की परीक्षाएं खत्म होना चाहिए।
बीबीए, बीसीए, एमए, एमकाम, एमएससी, एमएचएससी, एमबीए सहति लॉ और बीएड-एमएड की सेमेस्टर परीक्षाएं आफलाइन होना थी लेकिन स्टूडेंट्स द्वारा लगातार विरोध किया गया तो यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांग लिया। इसके तत्काल बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने की घोषणा कर दी।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालय को मनचाहे तरीके से परीक्षा कराने के लिए स्वतंत्र कर दिया लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने बयान जारी करके कहा कि परीक्षाएं ऑफलाइन ही होंगी। ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन नहीं होगा। इस बयान के बाद कोई आदेश जारी नहीं हुआ। कुल मिलाकर मामला वहीं वापस चौराहे पर आकर खड़ा हो गया है। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.