दक्षिण भारत में कावेरी नदी के तट पर स्थित भगवान शिव को समर्पित राजराजेश्वर मंदिर (ब्रिहदीस्वारा मंदिर - पेरुवुदैयार कोविल) स्थित है। कुछ लोग इसे दक्षिणा मेरु नाम से भी पुकारते हैं। इसका निर्माण सन 1003 में प्रारंभ हुआ और 1010 में इसे भक्तों के लिए लोकार्पित किया गया। यह विश्व का पहला और एकमात्र ग्रेनाइट पत्थर से बना हुआ मंदिर है। यह भारत के सबसे भव्य मंदिरों में से एक है।
How to reach Brihadisvara Temple, Thanjavur
ब्रिहदीश्वर मंदिर दक्षिण भारत के शहर चेन्नई से लगभग 350 किलोमीटर दूर तंजावुर शहर में स्थित है। पंजाब शहर तक रेल यातायात सामान्य है। यदि आप फ्लाइट से आना चाहते हैं तो तिरुचिरापल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट मात्र 55 किलोमीटर की दूरी पर है। नेशनल हाईवे 67, 45c, 226 और 226 एक्सटेंशन का उपयोग करते हुए सड़क मार्ग से भी आ सकते हैं।
ब्रिहदीश्वर मंदिर की खास बातें
मंदिर के ऊपर स्थित ग्रेनाइट पत्थर से बनी हुई विमान मीनार दक्षिण भारत की सबसे ऊंची इमारतों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण तमिलराजा चोल प्रथम द्वारा करवाया गया था।
इस मंदिर के निर्माण के बाद 1000 वर्ष तक मंदिर का जीर्णोद्धार और मरम्मत होती रही।
जब-जब मदुरई पर मुगलों का कब्जा हुआ इस मंदिर को तोड़ा गया और तंजावुर में हिंदुओं का कब्जा हुआ तब इस मंदिर की मरम्मत की गई।
लगभग प्रत्येक युद्ध में इस मंदिर को नुकसान हुआ और फिर इसकी मरम्मत की गई।
भारत के शिव भक्तों के लिए यह एक पवित्र और प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।