नोटिस, नोटिफिकेशन, ऑर्डर और गाइडलाइन में क्या अंतर है- GK in Hindi

Bhopal Samachar

What Is The Difference Among Notice, Notification, Order and Guideline

आजकल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में नोटिस, नोटिफिकेशन, ऑर्डर और गाइडलाइन जैसे शब्द सामने आते ही रहते हैं। ज्यादातर लोग इन चारों के बीच में अंतर को समझ नहीं पाते। कई बार नोटिफिकेशन को नोटिस और गाइडलाइन को ऑर्डर बता दिया जाता है। आइए आज इन चारों शब्दों के हिंदी अर्थ और वैल्यू को समझते हैं। ताकि अपना कांसेप्ट क्लियर रहे।

नोटिस (Notice) से तात्पर्य क्या है

नोटिस को हिंदी में "सूचना" कहा जाता है जो कि संज्ञा और  क्रिया (Noun and Verb) के रूप में उपयोग किया जाता है। सरकारी मामलों में इसके माध्यम से किसी व्यक्ति विशेष को अथवा आम नागरिकों को सूचना दी जाती है। ध्यान रहे यह केवल सूचना होती है। जो एक कलेक्टर आम नागरिकों को और एक आम नागरिक कलेक्टर को दे सकता है। यानी कोई भी किसी को भी दे सकता है।

नोटिफिकेशन (Notification) कौन जारी करता है

नॉटिफिकेशन को हिंदी  में "अधिसूचना " कहा जाता है। जो कि संज्ञा (Noun) की तरह से यूज किया जाता है और इसका अर्थ होता है कि "किसी बारे में पहले से बता देना"। प्रशासनिक मामलों में अक्सर नोटिफिकेशन जारी किए जाते हैं। इसका अर्थ होता है कि पहले से सूचना दी जा रही है ताकि तैयारी करके रखें और समय आने पर देरी ना हो। 

ऑर्डर (Order) कौन, किसे दे सकता है

ऑर्डर को हिंदी में 'आदेश' कहा जाता है। जो कि संज्ञा और क्रिया (Noun and Verb) की तरह यूज होता है। जैसा कि शब्दों से स्पष्ट है यह एक आदेश होता है जिसका पालन करना अनिवार्य होता है। इसमें किसी भी प्रकार का विकल्प नहीं होता। यह किसी व्यक्ति विशेष को, किसी टीम को अथवा सार्वजनिक रूप से आम नागरिकों को दिया जा सकता है। लेकिन आदेश देने वाला सक्षम प्राधिकारी होना अनिवार्य है। आदेश का पालन करने पर प्राप्त परिणामों के लिए आदेश जारी करने वाला प्राधिकृत अधिकारी जिम्मेदार होता है। 

गाइडलाइन (Guideline) का मतलब क्या होता है

गाइडलाइन का हिंदी में अर्थ होता है "दिशा-निर्देश" जो कि संज्ञा (Noun) की तरह से उपयोग किया जाता है। गाइडलाइन का समानार्थी शब्द रेस्ट्रिकशन (Restriction) भी है जो अपने आप में कुछ नियमों को बताता है। गाइडलाइन के हिंदी अर्थ से स्पष्ट होता है कि यह एक दिशा निर्देश है, आदेश नहीं है। निर्देश का पालन करना अनिवार्य नहीं होता। सरकारी मामलों में निर्देश का पालन करने पर प्राप्त होने वाले परिणामों के लिए पालनकर्ता जिम्मेदार होता है। निर्देश देने वाला जिम्मेदार नहीं होता। 

कुल मिलाकर चारों शब्द एक जैसे लगते हैं और कई बार एक दूसरे के स्थान पर उपयोग कर लिए जाते हैं लेकिन चारों के बीच में बड़ा अंतर होता है। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi,  general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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