ग्वालियर। कुछ शिक्षकों ने लामबंद होकर ब्लैकमेलिंग के आरोपी युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी युवक खुद को आरटीआई एक्टिविस्ट बताता था। शासकीय प्राथमिक स्कूल के शिक्षक वीरेंद्र मौर्य ने शिकायत की है कि शिवपुरी के नरवर का रहने वाले इंदर सिंह गुर्जर द्वारा उसे ब्लैकमेल करके पैसे मांगे जा रहे थे।
डीएड की मार्कशीट को फर्जी बताकर शिक्षक को ब्लैकमेल किया जा रहा था
माधौगंज गुढ़ा निवास वीरेन्द्र मौर्य करहिया के एक गांव में प्राइमरी स्कूल में संविदा शिक्षक हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि शिवपुरी नरवर में रहने वाला इंदर सिंह गुर्जर खुद को RTI एक्टिविस्ट बताकर वीरेंद्र को लगातार ब्लैकमेल कर रहा था। वह ब्लैकमेल कर उन्हें धमका रहा था कि उसकी डीएड की मार्कशीट फर्जी है और अगर उसने शिकायत की तो उसे जेल जाना पड़ेगा। उससे बचना है तो उसे डेढ़ लाख रुपए दे दो।
प्राप्त शिकायत के आधार पर पुलिस ने बताया कि संविदा शिक्षक के लिए इतना पैसा देना बूते की बात नहीं थी। इसलिए 50 हजार रुपए में बात पक्की हुई। इंदरसिंह को 10 हजार रुपए की पहली किस्त देना तय हुआ। संविदा शिक्षक ने इंदरसिंह को गोल पहाड़िया पर मिलने के लिए बुलाया। इंदर सिंह पैसा लेने आया तो उसे शिक्षक के साथियों ने पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट कर उसे जनकगंज थाना लेकर पहुंचे और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं पैसे मांगने की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी शिकायतकर्ताओ ने पुलिस अधिकारियों को दी है।
पुलिस का कहना
टीआई जनकगंज संतोष यादव का कहना है कि पुलिस ने संविदा शिक्षक को ब्लैकमेल करने के मामले में खुद को RTI एक्टिविस्ट बताने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। शिकायत की शिकायत पर युवक के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया गया है। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.