ग्वालियर। अबकी बार सिंधिया सरकार का सपना शायद 2023 में पूरा हो जाएगा। सब कुछ बड़े सलीके से जमाया जा रहा है। ग्वालियर के रामकृष्ण मंडल की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाषण भविष्य के संकेत देता हुआ सुनाई दिया। उनका पूरा भाषण प्रधानमंत्री की नीतियों और स्वयं के सिद्धांतों पर केंद्रित रहा। थोड़ी बहुत कांग्रेस पार्टी की निंदा भी की लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा नहीं की।
सबसे पहले प्रधानमंत्री की नीतियों की प्रशंसा
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि आजादी के बाद जो 70 साल में कोई और नहीं कर पाया वह सात साल में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिखाया है। वह भारत को फिर से विश्व शक्ति बना रहे हैं। एक समय था जब भारत विश्व शक्ति था, तब कोई हमारी तरफ आंख नहीं उठा सकता था। फिर विदेशी ताकतों ने हमे कमजोर किया। पर आज फिर भारत का नाम विश्व में सम्मान से लिया जाने लगा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वयं के सिद्धांतों का विवरण सुनाया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहां की एक वह सरकार थी जिसने 1975 में आपात काल लगाकर आम व्यक्ति की अभिव्यक्ति का गला घोंटने का काम किया। एक हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। जो कोरोना जैसे आपात काल में भी सिर्फ घर में रहने के लिए आवहान किया। जब में उस दल में था तो महासचिव रहते हुए आपातकाल को गलत ठहराया था। जो गलत है उसे गलत ही कहा जाएगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषण के मुख्य बिंदु
प्रधानमंत्री की नीतियों की प्रशंसा।
स्वयं के सिद्धांतों का विवरण।
केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रचार।
जनरल बिपिन रावत के लिए मौन।