ग्वालियर। यदि प्रभावशाली व्यक्ति बार-बार प्रयास करते हैं तो अच्छे नतीजे आ ही जाते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में एलिवेटेड रोड के लिए लगातार पत्र लिख रहे थे। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने इस रोड को मंजूरी दे दी है।
सड़क परिवहन व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत CRIF (सेन्ट्रल रोड एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड) योजना से मध्य प्रदेश के लिए कुल 23 सड़कों को मंजूरी दी गई है जिनके निर्माण में लगभग 2000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी लिस्ट में ग्वालियर की एलिवेटेड रोड भी शामिल है। पहले फेस में लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से IIITM तक एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी। इसके बाद ग्वालियर के ट्रैफिक की दशा दिशा दोनों बदल जाएगी।
एलिवेटेड रोड कहां से कहां तक बनेगी
इस प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर के बीच से बह रहे नदी (अब नाला) के ऊपर रोड प्रस्तावित है। यह रोड हनुमान बांध से IIITM संस्थान तक करीब साढ़े 14 किलोमीटर तक बननी है। जिसकी अनुमानित लागत लगभग 850 करोड़ रुपए है। इसका काम 2 फेस में किया जाएगा। पहला फेस लक्ष्मीबाई समाधि से IIITM तक करीब 6.5 किलोमीटर की रोड है। इसकी अनुमानित लागत 406 करोड़ है। शेष रोड का काम दूसरे फेस में होगा।
ग्वालियर जिले की तीन अन्य सड़कें मंजूर
भितरवार-करहिया-चीनोर रोड जिसकी लंबाई लगभग 32.8 किलोमीटर और लागत 74.8 करोड़ रुपए हैं।
छितौली-रानीघाटी, रानीघाटी से मंदिर तक सड़क लगभग 11.6 किलोमीटर लंबी और लागत 28.5 करोड़ रुपए है।
डबरा से पिछोर सड़क, कटारे बाबा की समाधि और वहां से सरनागत बड़ेरा रोड लगभग 4.5 किलोमीटर जिसकी लागत 4.9 करोड़ रुपए अनुमानित है जो मंजूर हो गई है। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.