नई दिल्ली। मेदांता हॉस्पिटल के संस्थापक डॉक्टर नरेश त्रेहान ने कहा कि कोरोनावायरस की नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर खतरे की नहीं लेकिन चिंता की स्थिति है। हमारे पास अभी तक बच्चों के लिए कुछ भी नहीं है। ऐसे में स्कूलों को बंद रख सकते हैं। डॉक्टर त्रेहान ने कहा कि वैक्सीनेशन से न्यूनतम सुरक्षा बनी रहेगी। यानी डबल डोज वैक्सीनेटेड लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।
डॉक्टर नरेश त्रेहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोरोनावायरस के इस नए वेरिएंट से एक व्यक्ति औसत 20 लोगों को पॉजिटिव कर सकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के साथ फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग ही बचाव का एकमात्र साधन है। उन्होंने कहा कि जब तक इस वेरिएंट के बारे में और अधिक जानकारी नहीं मिल जाती तब तक लोगों को सावधान रहना होगा।
उन्होंने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए आने वाले समय में प्रतिबंध लगाना आवश्यक हो सकता है। जिस प्रकार की स्थिति बन रही है उसमें स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मचारियों को बूस्टर डोज मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है लेकिन अलर्ट रहना जरूरी है।
डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि नियमित रूप से साबुन से हाथ धोना और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से एक स्तर की सुरक्षा उपलब्ध हो जाएगी। वैक्सीनेशन से भले ही पूरी सुरक्षा ना मिले लेकिन नॉन वैक्सीनेटेड लोगों की तुलना में वैक्सीनेशन वाले लोगों को न्यूनतम सुरक्षा जरूर मिलेगी। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया Hindi Samachar पर क्लिक करें.