इंदौर। कोरोनावायरस संक्रमण से मृत्यु के मामले में इंदौर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो आंकड़े प्रतिदिन मीडिया संस्थानों के माध्यम से जनता को बताए जाते हैं। शायद, वह गलत है, क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने उन आंकड़ों को विधानसभा में प्रस्तुत नहीं किया।
कांग्रेस पार्टी के विधायक संजय शुक्ला ने विधानसभा में प्रश्न पूछा था। उन्होंने पूछा था कि कोरोनावायरस संक्रमण के कारण इंदौर में कितने लोगों की मृत्यु हुई है। उनमें से कितने लोगों के परिजनों को सरकार द्वारा क्या क्या सहायता उपलब्ध कराई गई है। सवाल बड़ा सीधा और सरल था। पहला प्रश्न स्वास्थ्य विभाग से संबंधित था जबकि दूसरा प्रश्न इंदौर कलेक्टर कार्यालय से संबंधित था।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंदौर में कोरोनावायरस से संक्रमित नागरिकों की संख्या, स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या और संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या का डेली अपडेट मीडिया को भेजा जाता है। यही आंकड़े मीडिया द्वारा जनता को बताए जाते हैं, आश्चर्यजनक है कि इन आंकड़ों को मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने विधानसभा में प्रस्तुत नहीं किया। उन्होंने जवाब दिया कि आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। सवाल यह है कि यदि आंकड़े जुटाए जा रहे हैं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1395 मौतों का आंकड़ा किस आधार पर दिया जा रहा है। क्या स्वास्थ विभाग के आंकड़े गलत हैं। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.