इंदौर। आयकर विभाग के अधिकारियों ने इंदौर के सैकड़ों दुकानदारों को बिना वजह परेशान कर डाला। रात 2:00 बजे टैक्स का नोटिस मोबाइल पर भेज कर अचानक दुकानदारों की नींद उड़ा दी। क्रिसमस की छुट्टी वाले दिन दुकानदार अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ दिमाग खपाते रहे। शाम को आयकर विभाग में माफी मांगते हुए बताया कि नोटिस गलती से चला गया था।
शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात इंदौर के सैकड़ों दुकानदारों के पास रात 2:00 बजे अचानक मोबाइल पर मैसेज आया। आयकर विभाग का नोटिस था। टैक्स नहीं चुकाने और संदिग्ध लेनदेन करने का आरोप लगाया गया था। जांच की धमकी दी गई थी। दुकानदारों की नींद उड़ गई। कुछ व्यापारियों ने तो रात में ही अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट को जगा दिया। शनिवार सुबह से हिसाब किताब की माथापच्ची शुरू हो गई। सारा दिन तमाम कारोबारी और उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट परेशान होते रहे। शाम को आयकर विभाग की तरफ से स्पष्ट किया गया कि मैसेज गलती से चले गए थे।
बताया गया कि आयकर विभाग अपना पूरा सिस्टम ऑनलाइन कर रहा है। आयकर की नोटिस इसी प्रकार भेजे जाएंगे। आयकर रिटर्न भरने की लास्ट डेट 31 दिसंबर है। आयकर विभाग पहले से तैयारी कर रहा था। जितने व्यापारियों के 31 दिसंबर तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं होंगे उन सब के पास यह मैसेज भेजना था। कर्मचारियों की गलती से पहले ही मैसेज सभी सूचीबद्ध व्यापारियों को चला गया। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.