जबलपुर। प्रबंधन की तानाशाही, कर्मचारी विरोधी नीतियाें के खिलाफ बीएसएनएल कर्मियों ने आमरण अनशन शुरू किया। लेकिन अनशन दिन भर चल पाता उसके पहले ही बीएसएनएल प्रबंधन ने कर्मचारियों की मांगें मान ली और अनशन स्थगित कर दिया गया।
बीएसएनएल एम्पलाइज यूनियन के जिला सचिव राघवेंद्र अरजरिया ने बताया कि कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ व अन्य मांगों को लेकर बीएसएनएल कर्मी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन कर रहे थे। अनशन शुरू होते ही बीएसएनएल प्रबंधन ने यूनियन पदाधिकारियों को चर्चा के लिए बुला लिया। चर्चा के दौरान संचार सेवाओं में सुधार हेतु आवश्यक कार्रवाई किए जाने, हटाए गए ठेका मजदूराें को वापस लेने, बीएसएनएल की सेवाओं के प्रचार-प्रसार के लिए बैनर लगाने, भ्रष्टाचार की जांच कराने सहित अन्य मांगों पर चर्चा की गई। इसी के साथ मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने के बाद अनशन स्थगित कर दिया गया। यदि मांगें नहीं मानी गई तो 10 जनवरी से फिर अनशन किया जाएगा। इस अवसर पर यूनियन के जिला अध्यक्ष लखन पटेल आदि मौजूद रहे।
जागरूक अधिकारी कर्मचारी समिति का किया विस्तार
मध्यप्रदेश जागरूक अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के जिला अध्यक्ष राबर्ट मार्टिन ने जारी बयान में बताया कि समिति का विस्तार करते हुए ब्लाक अध्यक्ष सुनील झारिया, स्टेनली, नाबर्ट एवं उमेश ठाकुर की अनुशंसा पर शिक्षक अफरोज खान को बरगी ब्लॉक का सचिव, देवेंद्र पटेल, रमाकांत चौकसे, मनोज साहू को बरगी ब्लाक का सह सचिव नियुक्त किया गया। सभी पदाधिकारियों के द्वारा सर्वसम्मति से संकल्प लिया गया कि समिति कर्मचारियों के हित में कार्य करेंगे। इस अवसर पर मीनू कांत शर्मा, दिनेश गौड़, राकेश श्रीवास्तव, रऊफ खान, नीरज मरावी, विष्णु राय, मान सिंह आर्मो आदि मौजूद रहे।