जबलपुर। कक्षा 11 में पढ़ने वाली 16 वर्षीय छात्रा अभिलाषा जैन ने आत्महत्या कर ली। उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। अभिलाषा ने अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए दो लड़के और तीन लड़कियों को जिम्मेदार बताया है। लिखा है कि इन सब ने मिलकर मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। घर से निकलना मुश्किल हो गया। चारों तरफ लड़के घूमते रहते हैं। रांझी थाने में शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पिता ने रोका तो लव स्टोरी, दुश्मनी में बदल गई
लड़की के पिता मुकेश जैन ऑटो रिक्शा चलाकर परिवार का पालन करते हैं। माता का निधन हो चुका है। घर में चार बहने हैं, बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। अभिलाषा जैन घर में सबसे छोटी थी। स्कूल जाने की उम्र में उसकी एक लड़के से दोस्ती हो गई। 24 सितंबर को जब पिता ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखा तो अपने घर के अंदर अपनी बेटी को डांटा और लड़के से मिलने से मना किया। बाद में लड़के के परिवार वालों से शिकायत करने के लिए उसके घर गए। यहीं से लव स्टोरी, दुश्मनी में बदल गई।
इस घटना के बाद लड़के ने रांझी थाने में अभिलाषा के पिता मुकेश जैन के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत कर दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर SC-ST ACT के तहत मामला दर्ज कर लिया। इधर पिता के इस कदम से नाराज अभिलाषा जैन घर से कहीं चली गई और रात भर वापस नहीं आई। लौटकर पुलिस को बताया कि वह पिता से नाराज होकर रेलवे स्टेशन चली गई थी।
अभिलाषा को जब पता चला कि उसके बॉयफ्रेंड ने उसके पिता के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करा दिया है उसने लड़के से बात करना बंद कर दिया। सुसाइड नोट और पीड़ित परिवार के अनुसार लड़के ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। दिनांक 6 दिसंबर को आरोपी लड़का, अभिलाषा जैन के घर में घुस आया और ₹5000 की मांग करते हुए धमकी दी। अभिलाषा अपनी बहनों के साथ पुलिस के पास शिकायत करने गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तनाव की स्थिति के चलते अभिलाषा जैन ने आत्महत्या कर ली।
रांझी पुलिस और एएसपी संजय अग्रवाल का दावा है कि लड़की शिकायत करने नहीं बल्कि लड़के से राजीनामा करने में मध्यस्थता का आवेदन देने आई थी। उसका आवेदन दे दिया गया था। उसे समझाया गया था कि अब कोर्ट में ही राजीनामा हो सकता है लेकिन पुलिस ने वह आवेदन सार्वजनिक नहीं किया है।