जबलपुर। कक्षा 11 की 16 वर्षीय छात्रा अभिलाषा जैन उर्फ खुशी की आत्महत्या के मामले में उसके पिता मुकेश जैन ने आरोपियों और रांझी थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने पहले उनकी बेटी को चाकू की नोक पर लेकर फोटो खींचे और ब्लैकमेल करने लगे। जब मैंने उसे उसके घर जाकर ऐसा करने से मना किया तो मेरे खिलाफ SCST ACT के तहत मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस के पास मेरी बेटी भी गई थी परंतु पुलिस ने उसकी तरफ से कोई FIR नहीं लिखी।
आत्महत्या से पहले 3 घंटे तक थाने में बैठी रही थी अभिलाषा
अभिलाषा जैन ने दिनांक 7 दिसंबर को अपने घर में आत्मदाह कर लिया था। अभिलाषा ने जिन लड़के-लड़कियों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया पुलिस ने उन सभी को गिरफ्तार कर लिया है परंतु पीड़ित परिवार आक्रोशित है। पिता मुकेश जैन का कहना है कि यदि पुलिस अभिलाषा की शिकायत पर कार्रवाई करती तो अभिलाषा को आत्महत्या नहीं करनी पड़ती। पिता ने बताया कि 6 दिसंबर को अभिलाषा 3 घंटे तक थाने में बैठी रही थी। आरोपी भी थाने में आ गए थे, लेकिन पुलिस ने उनसे पूछताछ तक नहीं की बल्कि उन्हें थाने से भगा दिया।
चाकू की नोक पर अभिलाषा के फोटो खींच लिए थे, ब्लैकमेल कर रहे थे
पिता ने बताया कि बदमाशों ने चाकू की नोक पर अभिलाषा के फोटो खींच लिए थे। उसे ब्लैकमेल कर रहे थे। मैंने पुलिस कार्यवाही नहीं की। आरोपी को आगे से ऐसा नहीं करने के लिए समझाने उसके घर गया था, लेकिन आरोपी ने मेरे खिलाफ SCST ACT के तहत मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने उसकी शिकायत पर तो तत्काल मामला दर्ज किया लेकिन मेरी बेटी की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया jabalpur news पर क्लिक करें.