जबलपुर। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने शेल्बी अस्पताल जबलपुर के खिलाफ प्राप्त हुई शिकायत की जांच करने के आदेश दिए हैं। विक्टोरिया अस्पताल में पदस्थ डॉ. संजय छत्तानी को मामले का इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर बनाया गया है। शिकायत मिली थी कि गंभीर रूप से बीमार महिला को भर्ती करने के बाद अचानक उसका इलाज रोक दिया था।
यादव कालोनी निवासी स्वप्निल आदमने ने केयर बाय कलेक्टर हेल्पलाइन पर शिकायत करते हुए बताया कि उनकी मां सविता आदमने 65 वर्ष गत दिवस बीमार हो गई थीं। उन्हें भर्ती कर उपचार के संबंध में बातचीत करने के लिए वे शैल्बी अस्पताल गए। जहां प्रबंधन को स्वास्थ्य बीमा का कार्ड दिखाया। अस्पताल प्रबंधन ने बीमा पालिसी की जांच के बाद मां काे भर्ती कर कैशलेस उपचार सुविधा का आश्वासन दिया। जिसके बाद वे घर लौटे और रात करीब 12:47 बजे मां को शैल्बी अस्पताल में भर्ती करवा दिया।
डायरिया व टायफाइड होने के कारण उनकी मां की सेहत लगातार बिगड़ रही थी। चिकित्सकों ने किडनी फेल होने का खतरा बताया था परंतु कुछ घंटे बाद अस्पताल में मां का इलाज बंद कर दिया गया। उनकी जान की परवाह किए बगैर वार्ड में रखी दवाएं स्वास्थ्य कर्मचारी वापस ले गए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के रवैये पर आपत्ति जताई।
जिसके बाद प्रबंधन ने जानकारी दी कि बीमा पालिसी के तहत उपचार नहीं किया जा सकता। पैसे देकर ही उपचार संभव है। प्रबंधन ने कहा कि स्वास्थ्य बीमा पालिसी अस्पताल में लिंक नहीं है। स्वप्निल ने प्रबंधन से कोई रास्ता निकालने के लिए कहा परंतु 3-4 घंटे तक उपचार बंद रखा गया। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया jabalpur news पर क्लिक करें.