मध्यप्रदेश शिक्षक भर्ती 2018 में प्रारंभ हुई थी जिसके अन्तर्गत उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक की परीक्षा 2019 में आयोजित हुई, जिसमे शिक्षा विभाग के चयनित शिक्षकों को तो नियुक्ति मिल चुकी है परन्तु जनजातीय विभाग में 5704 माध्यमिक शिक्षक आज भी नियुक्ति के लिए परेशान है।
आदिवासियों के कल्याण हेतु शिक्षा ही आधार है ऐसे में एक शिक्षा विभाग की नियुक्ति हो जाना और जनजातीय विभाग में नियुक्ति अटके रहना ये आदिवासी बच्चों के भविष्य पर कुठाराघात है। श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय जी से निवेदन है कि या तो जनजाति विभाग में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति करवाई जाए या फिर हमारी डिग्री वापस छीन ली जाए क्योंकि 3 साल 4 महीने इस भर्ती प्रक्रिया को चलते हुए हो गया है और आज दिनांक तक भी नियुक्ति नहीं हुई है।
40 महीने में भी ये भर्ती अधूरी है और नियुक्ति के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। बेरोजगारी और आर्थिक समस्या के चलते अब हमारा घर परिवार चलाना कठिन हो गया है अब हमें सरकार नियुक्ति दे या फिर डिग्री छीन ले ताकि हम मजदूरी करके हमारे घर का पालन पोषण कर सके। युवा चयनित होकर भी नियुक्ति के लिए परेशान है। सरकार आदिवासियों की चिंता तो करती है पर उनके लिए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं करती है।
जनजातीय विभाग में चयनित शिक्षकों की फाइनल लिस्ट 18 नवम्बर को जारी होने के बाद भी अभी तक स्कूल अलॉटमेंट नहीं हुआ है सरकार इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करे। धन्यवाद, नवीन श्रीवास्तव, चयनित शिक्षक,जनजातीय विभाग
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