भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी तंत्र कोरोनावायरस की तीसरी लहर को कंट्रोल करने के लिए कार्रवाई कर रहा है। इसका इफेक्ट स्टूडेंट्स पर भी पड़ रहा है। वह अनुमान लगा रहे हैं कि जैसे पहली और दूसरी लहर के समय वार्षिक परीक्षा रद्द हो गई थी। तीसरी लहर में भी ऐसा ही होगा। कन्फ्यूजन इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि स्कूल शिक्षा विभाग ने स्टूडेंट्स की त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षा के नंबर मंगवा लिए है।
कोरोनावायरस की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए मध्य प्रदेश शासन के सभी डिपार्टमेंट अपने अपने तरीके से तैयारी कर रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी विद्यार्थियों के त्रैमासिक और अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के नंबर बुलवा लिए हैं। इस प्रक्रिया के कारण बड़े कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई है। स्टूडेंट्स को विश्वास होता जा रहा है कि पिछले सालों की तरह इस साल भी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट बना दिया जाएगा और वार्षिक परीक्षा का आयोजन नहीं होगा।
माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश द्वारा इस बारे में कोई ऑफिशल स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है। कन्फ्यूजन की स्थिति के कारण बच्चों की पढ़ाई अचानक प्रभावित हो गई है। वह पढ़ाई के प्रति लापरवाह होते जा रहे हैं। शरारती तत्व इस मौके का फायदा उठा रहे हैं। बहुत जरूरी है कि स्कूल शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा मंडल इस विषय में अपनी स्थिति को स्पष्ट करें। मध्यप्रदेश में शिक्षा से संबंधित समाचारों के लिए कृपया MP education news पर क्लिक करें.