भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पूरा प्रशासनिक अमला लगातार इस तरह के बयान दे रहा है कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर शुरू हो गई है और जनवरी में पीक पर होगी। तीसरी लहर के दौरान फिर से बाजार बंद होने की संभावना से एक दुकानदार इतना घबरा गया कि उसने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। समाचार लिखे जाने तक दुकानदार जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था।
यह घटना मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के खड़गांय गांव की है। व्यापारी का नाम अंशुल विनय शर्मा है। वह हाट बाजार में कपड़े की दुकान लगाता है। जहर खाने के बाद अस्पताल में उसने बताया कि पहले नोटबंदी, फिर टोटल लॉकडाउन उसके बाद दूसरी लहर में बाजार बंदी के कारण ना केवल घाटा हुआ बल्कि जमा पूंजी भी खत्म हो गई। सब कुछ सामान्य हुआ। सरकार ने प्रतिबंध हटाए तो उम्मीद जगी थी। बचा-खुचा जो कुछ भी था उससे माल भर लिया था।
अब तीसरी लहर की बात की जा रही है। फिर से बाजार बंद किया जाएगा। 2 साल पहले शादी हुई है। घर में एक छोटी बच्ची है। परिवार पालना मुश्किल हो गया है। इसी तनाव के चलते जहर खा लिया था। उल्लेख करना आवश्यक है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में भी एक डॉक्टर ने तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए अपने परिवार की हत्या करके गायब हो गया। उसका कहना था कि वह आत्महत्या कर रहा है। आज मंत्री परिषद की बैठक के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों से कहा है कि जनवरी के महीने में कोरोनावायरस की तीसरी लहर पीक पर हो सकती है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.