भोपाल। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की मावता गांव का वीर सपूत एवं भारतीय सेना का जांबाज सैनिक लोकेश कुमावत मणिपुर के इंफाल में शहीद हो गया। नक्सलियों से हुई एक मुठभेड़ में लोकेश को गोली लगी थी। लोकेश की उम्र मात्र 22 वर्ष थी।
लोकेश कुमावत के परिजनों को लोकेश की यूनिट के मेजर ने उनके शहीद होने की आधिकारिक सूचना दी। इसके बाद गांव में माहौल गमगीन है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों से मुठभेड़ में उसे गोली लग गई। शहीद का पार्थिव शरीर शुक्रवार को गांव लाया जाएगा। यहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
लोकेश के शहीद होने की सूचना के बाद परिजन इंदौर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि मार्च 2019 में लोकेश का चयन भारतीय सेना के लिए हुआ था। हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद लोकेश को मणिपुर में पोस्टिंग मिली थी। ग्रामीणों के अनुसार महीने भर पहले ही लोकेश छुट्टी पर गांव आया था। लोकेश के परिवार में उसके पिता और माता रेखा बाई सहित छोटा भाई विशाल है। विशाल के पिता और भाई खेती का काम करते हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.