भोपाल। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ अरविंद चौहान को सस्पेंड कर दिया गया और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। मामला संबल योजना के तहत हितग्राही की सहायता राशि को 1 साल तक रोककर रखने का है। मध्यप्रदेश में ऐसे हजारों मामले हैं परंतु यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया था इसलिए फटाफट कार्रवाई की गई।
मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के जिला मंदसौर, सीतातऊ तहसील के ग्राम सेमली निवासी रमेशलाल मेघवाल की पत्नी जस्सूबाई की प्रसूति 13 अक्टूबर 20 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुवासरा में हुई थी। शासन की योजनाओं के तहत जननी सुरक्षा योजना के 1400 रुपये व संबल के अंतर्गत प्रसूति सहायता योजना के 12000 रुपये जस्सूबाई को मिलना था। पर समय पर सहायता राशि नहीं मिली।
रमेशलाल ने अस्पताल प्रभारी चिकितसक से लेकर बीएमओ, सीएमएचओ तक को शिकायत की पर उसे मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना अंतर्गत प्रसूति सहायता राशि नहीं मिली। तब जाकर इसी वर्ष 5 अप्रैल को समाधान आनलाइन में शिकायत दर्ज कराई तो भी एल वन पर सीतामऊ बीएमओ डा. अरविंद चौहान ने कोई कार्रवाई नहीं की। 24 अप्रैल को शिकायत एल टू सीएमएचओ डा. केएल राठौर के पास पहुंची तो सीएमएचओ ने जवाब दिया कि मामले में बीएमओ द्वारा कार्रवाई की जा रही हैं। कोई कार्रवाई नहीं होने पर 30 अप्रैल को शिकायत उच्च स्तर पर चली गई।
इस मामले में एक रोचक तथ्य यह था कि रमेशलाल प्रसूति सहायता राशि नहीं मिलने की शिकायत कर रहा था और बीएमओ डा. जैन जवाब लिख रहे थे कि संबल योजना में भुगतान नहीं होने से निराकरण दर्ज किया जाए पर इससे शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं हुआ। शिकायत 20 सितंबर को जननी सुरक्षा राशि के भुगतान हेतु बजट आवंटन प्राप्त होने पर भुगतान करने जाने का उल्लेख करते हुए फोर्सली बंद कर दी गई।
मामला सीएम तक पहुंच गया तो ताबड़तोड़ 15 नवंबर को प्रसूति सहायता के 1400 रुपये महिला के खाते में डाले गए। इसके अलावा 4 दिसंबर को संबल योजना के तहत 11600 रुपये भी खाते में डाले गए। मध्यप्रदेश कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्या करें.