बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में डॉक्टर सुनील पाटिल के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। उन पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी बिल बनाकर सरकारी खाते से लगभग 30 लाख रुपए निकालने की कोशिश की। डिप्टी कलेक्टर की इन्वेस्टिगेशन में डॉक्टर सुनील पाटिल को दोषी माना गया है। कलेक्टर के आदेश के बाद सिविल सर्जन ने पुलिस थाने में लिखित शिकायत पेश की जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया। डॉक्टर पाटिल वर्तमान में सस्पेंड चल रहे हैं उनकी पोस्टिंग अलीराजपुर जिले में है।
बुरहानपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर शकील अहमद ने थाना लालबाग में लिखित शिकायत प्रस्तुत की। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि डॉ सुनील अग्रवाल जब बुरहानपुर में पदस्थ थे तब उन्होंने 2996400 रुपए के फर्जी बिल बनाकर सरकारी खाते से राशि निकालने का प्रयास किया। शिकायत में कलेक्टर बुरहानपुर के पत्र का हवाला देते हुए कहा गया कि शिकायतकर्ता आरएस चौहान लेखापाल और अन्य समस्त सरकारी कर्मचारी जिला चिकित्सालय द्वारा 4 मार्च 2021 की जांच डिप्टी कलेक्टर हेमलता सोलंकी जांच अधिकारी बुरहानपुर और जिला कोषालय अधिकारी बुरहानपुर की समिति गठित कर संयुक्त जांच कराकर प्रतिवेदन लिया गया।
9 अगस्त 2021 को जांच प्रतिवेदन के अनुसार स्पष्ट होता है कि डॉ. सुनील पाटिल निलंबित चिकित्सा अधिकारी कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अलीराजपुर द्वारा सरकारी धन 2996400 रुपए का गबन व वित्तीय अनियमितता करने का प्रयास किया गया। छल के प्रयोजन से कूटरचित बिल बनवाया जाकर कपटपूर्वक उपयोग में लाए जाने का प्रयास कर राशि आहरित करने का प्रयास किया गया।
कलेक्टर ने दिए थे डॉक्टर सुनील पाटिल के खिलाफ FIR कराने के निर्देश
जांच प्रतिवेदन आने के बाद कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि वह इस मामले में एफआईआर दर्ज कराएं। जिसके बाद उनके द्वारा लालबाग थाने में शिकायत की गई। लिखित शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर सुनील पाटिल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.