भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिले में बड़ा ही रोचक मामला हुआ है। निसरपुर के समीप ग्राम बाजरीखेड़ा में किसान किरण गिरी 3 दिन पहले खेत से शावकों को बिल्ली का बच्चा समझ कर उठा लाए थे असल में वह तेंदुए के बच्चे निकले।
किरण गिरी ने बताया कि 3 दिन पहले उसे उसके खेत में दो शावक मिले। किसान उन्हें लेकर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के ऑफिस पहुंचा। वहां मौजूद अधिकारी ने उन्हें बिल्ली के बच्चे बताया। फारेस्ट डिपार्टमेंट से कंफर्म हो जाने के कारण किसान दोनों शावकों को घर लेकर आ गया। 3 दिन तक दूध पिलाया। चौथे दिन जब बच्चों ने शेर की तरह घुर्राना शुरू किया, तो दहशत पसर गई।
किसान ने बताया कि इन 3 दिनों में दोनों बच्चों को पानी से नहलाया गया और धूप में भी बिठाया गया। उनकी आवाज के कारण शक हुआ कि यह बिल्ली के बच्चे नहीं हो सकते। जब गांव के दूसरे लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि तेंदुए के बच्चे इस तरह की आवाज करते हैं। किसान सीधा पुलिस के पास पहुंचा। असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर आशुतोष जोशी ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को सूचना देकर बुलवाया। दोनों बच्चे फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को सौंप दिए गए हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.