भोपाल। मध्यप्रदेश की विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विधायकों द्वारा पूछे गए 1578 लिखित प्रश्नों के उत्तर पढ़कर नहीं सुनाए जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम का मानना है कि ऐसा करने से विधानसभा के समय की बचत होगी। सनद रहे कि भोपाल समाचार डॉट कॉम ने पूछा था कि (यहां पढ़िए) 4 दिन में 1578 प्रश्नों के उत्तर कैसे दिए जा सकते हैं।
सर्वदलीय बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान सरकार के संसदीय कार्य मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि विधानसभा के शीत सत्र के सिलसिले में हुई सर्वदलीय बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई। अध्यक्ष जी ने एक विषय रखा कि ऐसे प्रश्न और उत्तर जो लिखित में आते हैं उनको न पढ़ा जाए। ऐसा करने से समय की बचत होगी जिसमें अधिक-से-अधिक पूरक प्रश्न पूछे जा सकेंगे।
इससे पहले डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया था कि कल से विधानसभा का महत्वपूर्ण शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र में प्रदेश सरकार सदन में लोक एवं निजी संपत्ति को नुकसान निवारक व नुकसान की वसूली अधिनियम समेत कई अहम विधेयक पेश करने जा रही है। सनद रहे कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कुल 3 विधेयक पेश होने वाले हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.
विधानसभा के शीत सत्र के सिलसिले में हुई सर्वदलीय बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई। अध्यक्ष जी ने एक विषय रखा कि ऐसे प्रश्न और उत्तर जो लिखित में आते हैं उनको न पढ़ा जाए। ऐसा करने से समय की बचत होगी जिसमें अधिक-से-अधिक पूरक प्रश्न पूछे जा सकेंगे।@MPVidhanSabha pic.twitter.com/54XcqnGteq
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) December 19, 2021