MP TET VARG-3 TOPIC- भाषा विकार पार्ट-2, Learning Disorders

Bhopal Samachar
जैसा कि आपने पिछले आर्टिकल में देखा कि अलेक्सिया और डिस्लेक्सिया पढ़ने संबंधी विकार है। चूँकि लेक्सिया (Lexia) शब्द का अर्थ है-शब्दों को पहचानने, पढ़ने और लिखने की अयोग्यता। 

लिखने संबंधी विकार (Writing Related Disability) 

प्रेक्जिया (Praxia) शब्द का अर्थ है गतिक कौशलों की गति में परेशानी (difficulty with motor skilled movement) चूँकि लिखना एक सूक्ष्म गतिक कौशल (micro dynamic skill) माइक्रो डायनेमिक स्किल है, इसलिए इसमें होने वाली लेखन संबंधी परेशानियों के लिए प्रक्सिया (Praxia) शब्द का यूज किया जाता है। लिखने संबंधी विकारों में मुख्य रूप से अप्रेक्सिया,डिस्प्रेक्सिया,डिसग्राफिया आदि हैं। 

ऐप्रेक्जिया (Apraxia) - यह एक ऐसा शारीरिक विकार है जिसके कारण बच्चे को   मांसपेशियों के संचालन से संबंधित सूक्ष्म ग गतिक कौशल जैसे- लिखने, चलने, टहलने आदि में परेशानी होती है। यह मुख्य रूप से ब्रेन के ऊपरी वह अगले भाग जैसे सारे भ्रम कहते हैं में क्षति के कारण होता है। 

डिस्प्रेसिया(Dyspraxia) -  यह भी अप्रेक्सिया का ही एक प्रकार है, जो तंत्रिका तंत्र (Nervous System) से संबंधित विकार है जिसे सेंसरी इंटीग्रेशन डिसऑर्डर कहा जाता है। इसके कारण हाथ व आंखों के बीच समन्वय व संतुलन स्थापित नहीं हो पाता। 

डिसग्राफिया(Dysgraphia) - ग्राफ का अर्थ है लेखाचित्र जिसके कारण बच्चा ठीक से लिख नहीं पाता। यह सामान्यता हाथ, हथेलियों और उंगलियों से संबंधित गड़बड़ी है। कई बार मस्तिष्क व ब्रेन से संबंधित गड़बड़ियों के कारण भी डिसग्राफिया हो जाता है। 

विशेष नोट-  किसी भी के विकार का अर्थ यह नहीं है कि इससे ग्रसित बच्चा कुछ भी नहीं सीख सकता, हाँ उसके सीखने का तरीका थोड़ा अलग हो सकता है।

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