भोपाल। राजस्थान के अलवर जिले में NEB पुलिस ने बिहार के तीन लड़कों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया है कि इनके पास से मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार की कुछ प्राइवेट यूनिवर्सिटीज के दस्तावेजों का जखीरा मिला है। पकड़े गए युवक संबंधित विश्वविद्यालयों की डिग्री बेचने का काम करते थे। स्टूडेंट से एडमिशन फॉर्म भरवाया जाता था, दोपहर में आंसर शीट और शाम को डिग्री दे दी जाती थी। यह डिग्री फर्जी नहीं होती थी। यदि आप यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड से पता करेंगे तो पूरे दस्तावेज मिल जाएंगे।
राजस्थान पुलिस ने दावा किया कि यह बिल्कुल नई किस्म का रैकेट है। यदि इन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार ना किया जाए तो कोई इनका अपराध साबित नहीं कर सकता। इन लोगों के पास से बड़ी मात्रा में चारों राज्यों के विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों के एडमिशन से लेकर डिग्री तक के सभी दस्तावेज मिले हैं। BSC, BBA, BCOM, PGDCA, MCA, DED, पॉलिटेक्निक व लाइब्रेरियन सहित अनेक तरह की डिग्री व डिप्लोमा देते थे। मात्र 1 दिन में सारा डॉक्यूमेंटेशन पूरा कर दिया जाता था। बाद में पूरा रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी में जमा करा दिया जाता था। ताकि यदि कोई वेरीफाई करना चाहे तो कोई समस्या ना हो।
राजस्थान पुलिस ने बताया कि पकड़े गए लड़कों के पास से मध्यप्रदेश की श्रीकृष्णा यूनिवर्सिटी छतरपुर, सरदार पटेल यूनिवर्सिटी बालाघाट, बिहार की भूपेंद्र नारायण मंडल यूनिवर्सिटी, यूपी की मैनपुरी रोड जेएस यूनिवर्सिटी और राजस्थान की सनराइज यूनिवर्सिटी अलवर के भी दस्तावेज मिले हैं। इन दस्तावेजों में एडमिशन फॉर्म से लेकर डिग्री और टीसी तक सभी डाक्यूमेंट्स एवं संबंधित सील सिक्के मिले हैं।
एनईबी थाना पुलिस के प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि युवकों को रिमांड पर लिया है। एक-एक दस्तावेज की जांच होगी। जल्द पूरा चिट्ठा खुलकर सामने आएगा। पुलिस ने शनिवार को सुधीर कुमार यादव निवासी शाहजहांपुर, सुजीत कुमार निवासी पूर्णिया, सचिन कुमार निवासी कृष्णा कॉलोनी बिहार को गिरफ्तार किया है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें