भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कस्तूरबा नगर में रहने वाले BE थर्ड ईयर के स्टूडेंट शुभम रजक की आत्महत्या का कारण साइबर पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला लेकिन साइबर पुलिस के नाम लिखा गया एक आवेदन मिला है। परिवार जनों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई करती तो उनके बेटे को आत्महत्या नहीं करनी पड़ती।
गोविंदपुरा थाना पुलिस इस मामले की इन्वेस्टिगेशन कर रही है। शुभम रजक बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता संतोष रजक किराए के मकान में रहते हैं एवं टिफिन सेंटर संचालित करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। शुभम ने सोमवार 3 दिन कि सुबह 11:00 बजे के आसपास आत्महत्या कर ली थी। इन्वेस्टिगेशन के दौरान उसके रूम से उसका मोबाइल फोन और एक एप्लीकेशन मिली है।
मोबाइल फोन फॉर्मेट कर दिया गया है। एप्लीकेशन साइबर पुलिस के नाम लिखी गई है। इसमें बताया गया है कि महिलाओं के किसी गिरोह ने उसके साथ ₹41000 की ठगी कर ली थी। पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुए शुभम रजक ने दो बार साइबर सेल में इसकी शिकायत की थी। साइबर पुलिस ने मामले की इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी थी एवं डिटेल्स के लिए उसे बुलाया भी था। गोविंदपुरा पुलिस पता कर रही है कि आखिर ऐसा क्या हो गया था जो साइबर पुलिस की इन्वेस्टिगेशन पूरी होने से पहले ही शुभम ने मोबाइल फॉर्मेट करके सुसाइड कर लिया। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें.