भोपाल। कोरोनावायरस पहली लहर में सैनिटाइजर और फेस मास्क, दूसरी लहर में रेम्डेसिविर और ऑक्सीजन के बाद अब तीसरी लहर में कोरोना टेस्ट किट की कालाबाजारी शुरू हो गई है। भोपाल शहर में ₹200 की टेस्ट किट को 325 रुपए में बेचा जा रहा है। बड़े कारोबारियों ने टेस्ट किट स्टॉक कर ली है। सरकार की तरफ से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
पत्रकार श्री विवेक राजपूत की एक रिपोर्ट के अनुसार 12 जनवरी तक भोपाल शहर में 41000 कोविड-19 टेस्ट किट की बिक्री हो चुकी है। लोग अपने घरों पर टेस्ट कर रहे हैं। डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। बड़े दवा कारोबारी इस मौके का पूरा फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने फुटकर बाजार में कोविड-19 टेस्ट किट की सप्लाई रोक दी है। नतीजा बाजार में टेस्ट किट की शॉर्टेज आने लगी है और कालाबाजारी शुरू हो गई है।
राजपूत में 10 मेडिकल स्टोर पर कोरोना सेल्फ टेस्टिंग किट के बारे में पता किया। इनमें से सात मेडिकल स्टोर पर कोरोनावायरस सेल्फ टेस्टिंग किट उपलब्ध ही नहीं थी। केवल 3 मेडिकल स्टोर पर मिली। ₹200 की टेस्ट किट 325 रुपए में बेची जा रही थी। दवा बाजार के बड़े स्टॉकिस्ट ने टेस्टिंग किट का स्टॉक कर लिया है। भोपाल जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। काले कारोबारियों का अनुमान है कि टेस्टिंग किट अगले 1 सप्ताह में ₹1000 या इससे ज्यादा की कीमत तक जा सकती है। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें.