मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 22 साल के एक युवक की मौत इसलिए हो गई क्योंकि वह खुद को ठंडे मौसम से बचाने की कोशिश कर रहा था। बर्फीली हवाओं से बचने के लिए उसने बिस्तर के पास अलाव जला लिया था। रात के समय उसी अलाव ने युवक को जला दिया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
हबीबगंज पुलिस ने बताया कि शांति नगर में रहने वाले 22 वर्षीय अभिषेक खरे अपनी मां के साथ रहता था। शनिवार रात बिस्तर के पास अलाव जलाकर सो गया। रात को अलाव से आग बिस्तर में लग गई। जब तक अभिषेक कुछ समझ पाता, वह झुलस चुका था। रात को बिस्तर में आग लग गई थी। घर में धुंआ भरने और अभिषेक की चीख सुनकर परिजन और पड़ोसी जाग गए। गनीमत रही कि आग घर में नहीं फैल पाई। सबसे पहले उसे जय प्रकाश अस्पताल ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर परिजन हमीदिया अस्पताल ले गए, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी।
मौसम से बचने के लिए मौत से खेलना जरूरी नहीं
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम में इस प्रकार की कई घटनाएं सामने आती हैं। आम नागरिकों को सतर्क किया जाता है कि मौसम से बचने के लिए मौत से खेलना जरूरी नहीं है।
यदि अलाव जलाते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि सोने के पहले उसे बुझा दिया जाए।
अलाव को हमेशा ऐसे स्थान पर चलाएं कि यदि जलते हुए कोयले आसपास गिरे तो आग ना लगे।
कई लोग अलाव की आग बुझा कर खिड़की दरवाजे बंद करके सो जाते हैं। घर में धुआं भर जाने के कारण ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है और दम घुटने से मौत हो जाती है।