Devi Ahilya Vishwavidyalaya, Indore के स्टूडेंट्स (जो दूसरे शहरों से आकर आता हूं इंदौर में पढ़ाई करते हैं) वापस लौट गए हैं। एक प्रोफ़ेसर ने बताया कि 90% स्टूडेंट्स वापस जा चुके हैं। डिपार्टमेंट में सिर्फ 10% स्टूडेंट्स बचे हैं। ऑफलाइन क्लास ऐसी कंडीशन में पॉसिबल नहीं है इसलिए डेट आगे बढ़ा दी गई है।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय मैनेजमेंट ने इस सिलसिले में पहले भी उच्च शिक्षा विभाग से स्पष्ट मार्गदर्शन मांगा था। मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव लगातार ऑफलाइन कक्षाओं और परीक्षाओं के लिए जिद पर अड़े हुए हैं। जब तक स्टूडेंट्स को ऑनलाइन अथवा ओपन बुक पैटर्न पर परीक्षाओं की उम्मीद थी, तब तक वो रुके रहे लेकिन जैसे ही सरकार ने अपने स्टैंड क्लियर किया और हाई कोर्ट का डिसीजन आया, स्टूडेंट्स वापस अपने-अपने घरों की तरफ लौट गए।
अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर-जनवरी में तीसरे-पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा हुई हैं। रिजल्ट भी जारी किए जा रहे हैं। मीडिया प्रभारी डा. चंदन गुप्ता ने कहा कि कोरोना की वजह से कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या कम होने लगी है। इंदौर के बाहर से आने वाले विद्यार्थियों को कई विभागों ने फरवरी में बुलाया है।
40% तक चेस्ट इंफेक्शन हो रहा है
तीसरी लहर में भले ही मृत्यु दर काफी कम है और संक्रमित नागरिक 1 सप्ताह के भीतर स्वस्थ हो रहे हैं परंतु ताजा रिपोर्ट चिंता बढ़ाने वाली है। डॉक्टरों का कहना है कि हेवी कोल्ड एंड कफ और फीवर के कारण कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का चेस्ट इनफेक्शन 40% तक जा रहा है। यह अच्छी बात नहीं है क्योंकि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी स्वास्थ्य के लिए खतरा बना रहेगा। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.