आपने कई बार देखा होगा कि कीड़े-मकोड़े कुछ पेड़ पौधों को चट कर जाते हैं, बाहर से तो पेड़ दिखाई देता है लेकिन अंदर से खोखला हो जाता है परंतु क्या आपने ऐसे पेड़ पौधे देखे हैं जो कीड़े मकोड़ों को खा जाते हों। चलिए आज कुछ ऐसे ही पेड़ पौधों के बारे में जानकारी जुटाते हैं:-
यह तो सभी जानते हैं कि मनुष्य को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन अनिवार्य है परंतु दूसरी बात केवल अपन जानते हैं कि मनुष्य को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन के साथ-साथ नाइट्रोजन भी जरूरी है। मनुष्यों की तरह वनस्पति यानी पेड़ पौधों के लिए भी नाइट्रोजन गैस काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि नाइट्रोजन से ही मनुष्य के शरीर और पेड़ पौधों के तने के अंदर प्रोटीन का निर्माण होता है।
कीड़े-मकोड़े खाने वाले मांसाहारी पौधे कहां पाए जाते हैं
दलदल वाली जमीन (Marshy land) पर उगने वाले पेड़ पौधों को पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन नहीं मिल पाती है, इसीलिए पेड़-पौधे, कीड़े-मकोड़ों को खा जाते हैं। इस प्रकार के पेड़ पौधों को प्रकृति ने इतना सुंदर बनाया है कि कीड़े मकोड़े इनकी सुंदरता पर आकर्षित होकर खुद ब खुद इनके पास चले आते हैं। जैसे ही कोई कीड़ा फूल या पत्ते के ऊपर आकर बैठता है, वह फूल या पत्ता बंद हो जाता है और कीड़ा उसके अंदर तिलमिलाता रह जाता है।
कीड़े-मकोड़ों को खाने वाले पौधे कैसे दिखाई देते हैं
कलश पादप / घटपर्णी / पिचर प्लांट (Pitcher plant) Nepenthes यह सब एक ही पौधे के नाम है। इस पौधे की खास बात यह होती है कि इसकी पत्ती एक घड़े के आकार में परिवर्तित हो जाती है और पत्ती का अंतिम सिरा (Leaf Apex) उसके ढक्कन का आकार ले लेता है और जैसे ही कोई कीड़ा इसके ऊपर आकर बैठता है तो अंदर की तरफ फिसलता हुआ चला जाता है।
मांसाहारी पौधे कीड़ों का शिकार कैसे करते हैं
अंदर एक चिपचिपा पदार्थ होता है जो कीड़े की सभी कोशिशों को नाकाम कर देता है और ऊपर वाला हिस्सा ढक्कन की तरह बंद हो जाता है। जब कीड़े के शरीर में से पूरा प्रोटीन चूस लिया जाता है तब वह पत्ता फिर से खुल जाता है और उसके अंदर मरा हुआ कीड़ा साफ दिखाई देता है।
है ना प्रकृति का चमत्कार! इसी तरह के कुछ और पौधे जैसे- Sundew जो कि ओस की बूंदों की तरह चमकता है और जैसे ही इसके पास कोई कीड़ा आकर बैठता है यह भी उसे निगल जाता है। इसी तरह Drosera, Bladderwart, Venusflytrap आदि भी हैं और यह सभी मांसाहारी पौधे (Carnivorous plants) कहलाते हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article