Why it is advised to wear multi layer clothes in winter season
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के साथ ही पूरे भारत में कड़ाके की ठंड शुरू हो जाती है। मौसम विशेषज्ञ और डॉक्टरों द्वारा सलाह दी जाती है कि ठंड के मौसम में मोटे, वजनदार और तंग कपड़े पहनने के बजाय ढीले, हल्के और कई परत वाले कपड़े पहनें। कॉमन सेंस कहता है कि ठंडी हवा को रोकने के लिए मोटी दीवार बनानी चाहिए फिर क्या कारण है कि वैज्ञानिक और डॉक्टर ठंड के मौसम में कई परत वाले कपड़े पहनने की सलाह देते हैं। आइए समझने की कोशिश करते हैं:-
शायद आपने टूटा हुआ थर्मस् देखा होगा। या फिर स्कूल का टिफिन बॉक्स जिसमें गर्म खाना है काफी समय तक गर्म बना रहता है। बर्फीले इलाकों में पाए जाने वाले घर जिन्हें इग्लू (igloo) कहा जाता है। इन सभी में वही इंजीनियरिंग होती है जिसकी सलाह वैज्ञानिक हमें ठंड से बचने के लिए देते हैं। थर्मस् को यदि आप ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि वह दो या दो से अधिक परतों से बना होता है। बाहर स्टील अथवा प्लास्टिक का कवर होता है। जबकि अंदर की तरफ कांच की परत होती है। यही कारण है कि उसके अंदर मौजूद सामग्री पर बाहर के मौसम का प्रभाव काफी समय तक नहीं पड़ता। स्कूल अथवा ऑफिस का लंच बॉक्स भी इसी प्रकार की इंजीनियरिंग से बनाया जाता है। तभी तो उसके अंदर का खाना काफी समय तक गर्म बना रहता है।
ठंड से बचने के तरीके
इसी तरह बर्फ में पाए जाने वाले, बर्फ के घर जिन्हें इग्लू कहा जाता है वह भी दोहरी परत के बने होते हैं। यह दोहरी परत (Double Layer) मिलकर तापमान को कम नहीं होने देती और तापरोधी (HeatResistant) का काम करती है। मैदानी इलाकों में भवन निर्माण के समय भी 2 ईटों की दीवार बनाई जाती है। वरना 9 इंच की ईंट बनाना कोई मुश्किल काम थोड़े ही है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article
:- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com
(general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi, general knowledge questions with answers, gk questions for kids, )