ग्वालियर। प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कोरोना के मद्देनजर बुलाई गई शहर के प्राइवेट डॉक्टर्स की बैठक में आग्रह किया कि वे आयुष्मान योजना के तहत कोरोना मरीजों का इलाज करने में आनाकानी न करें। साथ ही यह ध्यान रहे कि उनके अस्पताल से कोई भी गरीब मरीज निराश न लौटे।
सोमवार को यहाँ मानसभागार मोतीमहल में आयोजित हुई बैठक में प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने चिकित्सकों को भरोसा दिलाया कि यदि कोई कठिनाई हो तो उसे बेझिझक सामने लाएँ हम उसका समाधान करायेंगे। साथ ही कहा कि कोरोना से निपटने से संबंधित आप सबके सुझावों पर भी अमल किया जायेगा।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में जानकारी दी कि जिले में कोरोना को परास्त करने के लिये बनाई गई रणनीति में निजी चिकित्सकों को भी भागीदार बनाया गया है। बच्चों के इलाज के लिये बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञों से चर्चा कर स्टेण्डर्ड प्रोटोकॉल भी तैयार कराया गया है। नर्सिंग कॉलेज भी इस काम में मदद कर रहे हैं। शहर के लगभग तीन दर्जन प्राइवेट डॉक्टर कोविड मरीजों को टेलीमेडीसिन अर्थात फोन कॉल के जरिए नि:शुल्क सलाह देने के लिये आगे आए हैं।
प्रायवेट डॉक्टर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. प्रियंवदा भसीन ने कहा कि ग्वालियर में जिला प्रशासन व पुलिस का पूरा सहयोग प्राइवेट अस्पतालों को मिलता है। जिला प्रशासन की पहल पर सभी प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिये रेट लिस्ट तैयार की है।
बैठक में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक श्री राजेश हिंगणकर, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती जयति सिंह तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं शहर के सभी प्रतिष्ठित अस्पतालों से जुड़े प्रायवेट डॉक्टर्स मौजूद थे। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें