ग्वालियर। नेता और महाराजा में अंतर होता है। नेता, जनता को सरकार से मदद दिलाता है। नहीं मिलती तो जनता के साथ सरकार के खिलाफ खड़ा हो जाता है लेकिन महाराजा जरूरतमंदों को अपने महल से मदद दिया करते हैं। ग्वालियर इस समय ठंड में ठिठुर रहा है। सरकारी सहायता कम पड़ रही है। लोगों को महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद का इंतजार है।
ग्वालियर में बर्फीली हवाएं, धारदार तलवार की तरह त्वचा को काट रही हैं। हार्ट अटैक और ठंड के कारण दूसरी बीमारियों से अस्पताल फुल हो गए हैं। सरकार के पास लिमिटेड रेन बसेरा है। सभी फुल चल रहे हैं। ग्वालियर कलेक्टर लगातार फुटपाथ पर सोने वाले लावारिस लोगों को गर्म कपड़े बांट रहे हैं। हालात यह है कि कलेक्टर कार्यालय में मिलने आने वाले गरीबों को भी गर्म कपड़े दिए जा रहे हैं।
प्रशासन अपनी तरफ से पूरी ताकत लगा रहा है परंतु कलेक्टर की अपनी लिमिटेशन है। ऐसी स्थिति में महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया से ही उम्मीद की जा सकती है कि वह अपने महल के दरवाजे खोल देंगे। ठंड से ठिठुर रहे गरीबों को शरण देंगे। गर्म कपड़े देंगे और अलाव जलाएंगे। वीडियो कॉलिंग करके हाल-चाल तो पंच-सरपंच भी पूछ लेते हैं। देखते हैं महाराज, अपनी प्रजा के लिए क्या करते हैं। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.