ग्वालियर। कोरोनावायरस की पहली लहर के समय टोटल लॉकडाउन के दौरान बंद की गई ट्रेनों को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया में अब इटावा कोटा मार्ग की उन ट्रेनों का नंबर आ गया है, जो अब तक शुरू नहीं हो पाई है। इनमें इटावा से चलकर कोटा तक जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन, ग्वालियर-आगरा शटल ट्रेन शामिल हैं।
इसके अलावा लोकसभा सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्वालियर से भोपाल और ग्वालियर से गुवाहाटी तक ट्रेनों को चलाने के लिए हाल ही में रेलवे बोर्ड को पत्र भेजा है। इसमें गुवाहाटी की ट्रेन को इटावा के रास्ते चलाने की मांग की गई है। इस ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा हो चुका है। ऐसे में सांसद ने मांग की है कि अब नई ट्रेनें संचालित करने के साथ ही कानपुर-लखनऊ की ट्रेनों को ग्वालियर से इटावा होकर संचालित किया जाए।
22 मार्च 2020 को कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए देशव्यापी लाकडाउन के चलते सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे ट्रेनें पटरी पर लौटीं, लेकिन इटावा-कोटा एक्सप्रेस, ग्वालियर-आगरा शटल जैसी ट्रेनों को शुरू नहीं किया गया। इसमें कोटा एक्सप्रेस तो ग्वालियर से कोटा तक जाने वाली एकमात्र ट्रेन थी। चूंकि कोटा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए बहुत बड़ा केंद्र है।
इस कारण ग्वालियर से कोटा जाने वाले यात्रियों को सड़क मार्ग या अन्य वैकल्पिक व्यवस्था कर कोटा जाना पड़ रहा है। ग्वालियर के लोकसभा सांसद विवेक शेजवलकर ने इस मामले में रेलवे के अफसरों से मांग की है कि इन ट्रेनों को पुन: चालू करने के साथ ही ग्वालियर से गुवाहाटी के लिए ट्रेन का संचालन किया जाए। इसका कारण यह है कि अभी ग्वालियर से गुवाहाटी के लिए कोई ट्रेन नहीं है। गुवाहाटी जाने वाले यात्रियों को इटावा से ट्रेन पकड़नी पड़ती है। इसके अलावा ग्वालियर से भोपाल तक के लिए एक ट्रेन चलाने की मांग सांसद पहले कर चुके हैं। इसे भी जल्द शुरू कराने की मांग उन्होंने की है। इन ट्रेनों को शुरू करने के लिए रेलवे के अफसर अभी कोरोना संक्रमण कम होने का इंतजार कर रहे हैं।
80 प्रतिशत यात्री ट्रेनें हैं सुचारू
रेलवे अफसरों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते अभी 95 प्रतिशत ट्रेनें ही पटरी पर लौटी हैं। इनमें 80 प्रतिशत यात्री ट्रेनें हैं। इसी बीच तीसरी लहर के चलते ट्रेनों में यात्री संख्या कम हुई है। इसको देखते हुए रेलवे के अफसर अभी कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते रेल यातायात में लगाई गई पाबंदियां भी अप्रैल माह तक जारी रहेंगी। ऐसे में अब अप्रैल के बाद ही इन प्रस्तावों पर मुहर लग सकेगी।
ग्वालियर से कानपुर के बीच 61 किमी की बचत होगी
ग्वालियर से इटावा के बीच ट्रैक शुरू हो जाने के बाद यात्रियों को कानपुर तक जाने में 61 किमी की बचत होगी। ग्वालियर से इटावा तक ट्रेन ट्रैक 118 किमी का है और वहां से कानपुर 138 किमी दूर है। इससे यह कुल दूरी 256 किमी होती है। वहीं अभी ग्वालियर से कानपुर के लिए यात्रियों को प्रतिदिन बरौनी मेल मिलती है। यह झांसी होकर जाती है। इससे कानपुर तक जाने के लिए यात्रियों को 317 किमी का सफर करना पड़ता है।
इटावा ट्रैक पर ट्रेनों की मांग की है। हमने इटावा ट्रैक होते हुए ग्वालियर से गुवाहाटी तक नई ट्रेन के संचालन की मांग की है। इसके अलावा पूर्व में भी कुछ अन्य ट्रेनों को शुरू करने की मांग की गई थी। हमें आश्वासन मिला है कि जल्द ही इस मांग पर निर्णय किया जाएगा।
विवेक शेजवलकर, लोकसभा सांसद ग्वालियर
संक्रमण में कमी आने पर होगा विचार
अभी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर चल रही है। कोविड के कारण अभी यात्री ट्रेनें पूरी तरह से पटरी पर नहीं लौटी हैं। संक्रमण कम होने की स्थिति में पुरानी और नई ट्रेनें शुरू करने पर विचार होगा। इसके लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव जाता है।
डा. शिवम शर्मा, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मुख्यालय