इंदौर। मुख्य वन संरक्षक ने अपने निजी सहायक बीएल वर्मा को सस्पेंड कर दिया है। श्री वर्मा पर आरोप था कि उन्होंने सीसीएफ के बच्चों की किताब के लिए रिटायर्ड रेंजर चंद्रशेखर क्षोत्रिय से रिश्वत मांगी थी। बदले में उनकी पेंशन एवं ग्रेच्युटी की फाइल निपटाने का वादा किया था।
सेवानिवृत्त रेंजर चंद्रशेखर क्षोत्रिय ने 15 दिन पहले सीसीएस के निजी सचिव बीएल वर्मा के साथ हुई बातचीत का ऑडियो सार्वजनिक कर दिया था। सीसीएफ के बच्चों की किताबों के लिए रिश्वतखोरी का मामला सुर्खियों में आ गया था। एडवोकेट अभिजीत पांडे ने इसकी शिकायत वन विभाग की सतर्कता शाखा में की थी इसीलिए इस मामले में डिपार्टमेंटल इंक्वायरी शुरू की गई। सीसीएफ ने 3 सदस्यों की कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए थे समिति में डीएफओ नरेंद्र पंडवा, एसडीओ एके श्रीवास्तव और हेमलता शाह को शामिल किया गया था।
समिति ने अपनी जांच में निजी सचिव को दोषी करार दिया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर मुख्य वन संरक्षक ने अपने निजी सचिव बीएल वर्मा को सस्पेंड कर दिया। सीसीएफ मोहंता ने कहा कि निलंबन के बाद वर्मा चूंकि वरिष्ठ पद पर पदस्थ है, इसलिए उनका मुख्यालय बदला गया है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त रेंजर का एक प्रकरण पहले खत्म हो चुका था, जबकि दूसरे प्रकरण की जानकारी भोपाल भेजी गई है। मध्यप्रदेश कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.