अनु अनायका क्लिनिक के संचालक डॉ अनिल घई पर आरोप है कि उन्होंने फिल्मी स्टाइल में हाथ ठेला संचालित करने वाली महिला और उसके बेटे को अपने कर्मचारियों के माध्यम से बेरहमी से पीटा आया और उनका ठेला पलट दिया। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है लेकिन पुलिस ने FIR में डॉक्टर को नामजद नहीं किया है।
घटना मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में भंवरकुआं पुलिस थाना इलाके में भोलाराम उस्ताद मार्ग पर स्थित अनु अनायका क्लिनिक के सामने की है। क्लीनिक के संचालक डॉ अनिल घई पर आरोप लगाते हुए हाथ ठेला संचालक महिला द्वारका भाई ने बताया कि वह अपने बेटे राजू के साथ ठेले पर खड़ी थी। उसी समय डॉक्टर अनिल घई ने अपनी कार हाथ ठेले के ठीक सामने लगा दी। महिला ने उनसे कार को साइड में लगाने के लिए कहा तो भड़क उठे। डॉ अनिल ने अपने क्लीनिक से 4 कर्मचारियों को बुलाया और महिला के बेटे राजू की पिटाई करवा दी।
महिला का कहना है कि बेटे के साथ शिकायत करने भंवरकुआं थाने गई थी। वहां हमें काफी देर तक बिठाकर रखा गया। राजीनामे का दबाव बनाया गया, लेकिन जब थाने पर भीड़ जमा होने लगी, तब डॉ. घई के सिर्फ 1 कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया। उसे थाने बुलाकर गिरफ्तार किया और तत्काल जमानत देकर छोड़ दिया। पीड़ित महिला का कहना है कि हमें रात 3:00 बजे तक थाने में बिठा कर रखा।
पुलिस कमिश्नर से शिकायत
महिला शिकायत लेकर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के पास पहुंचीं। कमिश्नर ने धाराएं बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि डॉ अनिल के खिलाफ पहले भी कुछ शिकायतें आ चुकी हैं। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.