इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में पुलिस ने एक ऐसी गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसकी तरफ ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते और जिन्हें शहर में कहीं भी आने-जाने की सामाजिक सहमति प्राप्त है। घर में अकेली महिलाओं से लूट, महिलाओं का शोषण एवं ब्लैक मेलिंग के मामले में फूड डिलीवरी एप और ऑनलाइन वेबसाइट के डिलीवरी ब्वॉय का गिरोह गिरफ्तार किया गया है।
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) निमीष अग्रवाल ने बताया कि सिंगापुर ग्रीन व्यू में 9 माह बच्चे को गन प्वाइंट पर लेकर संजी विश्वकर्मा से जेवर व नकदी लूट के मामले में कमलेश उर्फ कम्मू सांवरिया(महेश यादवनगर), भारत उर्फ सोनू कुशवाह (नंदानगर), प्रमोद उर्फ पम्मू कुशवाह (मयूरनगर), भूपेंद्र उर्फ पिंटू ठाकुर (साईं सुमननगर) और फारुख खान(हीना पैलेस कालोनी) को गिरफ्तार किया गया है। आश्चर्यजनक बात यह है कि यह सभी E- कॉमर्स कंपनी और फूड डिलीवरी एप के डिलीवरी वाले हैं।
डीसीपी क्राइम ने बताया कि इनके पास से हथियार और लूट का भारी सामान बरामद हुआ है। इन्वेस्टिगेशन के दौरान अभी तक लूट की साथ घटनाओं का पता चल चुका है जो इस गिरोह द्वारा की गई थी। डिलीवरी बाय होने के कारण इनके आने जाने पर कोई शक नहीं करता था। यह बड़ी ही आसानी से इलाकों की रेकी किया करते थे। यह गिरोह उन महिलाओं को टारगेट करता था जो अक्सर अपने घरों में अकेली रहती थीं और जिनके पति अपने प्रोफेशन में काफी व्यस्त रहते हैं।
लूट का तरीका
सबसे पहले दो बदमाश पार्सल देने के बहाने घर में घुसते और पिस्टल अड़ाकर बंधक बनाकर जेवर व नकदी लूट लेते थे। डिलीवरी ब्वॉय की वर्दी पहनकर और डिलीवरी के बैग में लूट का सामान रखकर आसानी से निकल जाते थे। सोमवार को संजी विश्वकर्मा को भी इसी तरह लूटा गया था। पुलिस ने फूड डिलीवरी का बैग भी जब्त किया है।
डिलीवरी ब्वॉय गिरोह ने अब तक किस-किस को लूटा
- सिंगापुर ग्रीन व्यू में संजी विश्वकर्मा से सोना-चांदी के जेवर व नकदी लूटी। लसूड़िया थाना पुलिस ने तीन दिन बाद चोरी का केस दर्ज किया।
- एमआर-4 पर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को पिस्टल अड़ा कर 15,000 रुपये लूटे। परदेशीपुरा थाना पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया।
- तुकोगंज क्षेत्र में एक सुनार से सोना-चांदी की अंगूठी, चेन, टाप्स लूटे। तुकोगंज व ग्वालटोली थाना में केस दर्ज नहीं हुआ।
- बाणगंगा थाना क्षेत्र से बाइक चुराई। चोरी की रिपोर्ट मिल गई है।
- हीरानगर थाना क्षेत्र से बाइक चुराई। रिपोर्ट मिल गई है।
- काले रंग की बाइक(एमपी 09एनयू 8010) बरामद हुई पर रिपोर्ट नहीं मिली।
- काले रंग की बगैर नंबर की बाइक बरामद पर रिपोर्ट नहीं मिली।