जबलपुर। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने निर्देशों के बावजूद स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए क्लस्टर वार बैठकों का आयोजन न करने, मातृत्व शिशु मृत्यु के मामलों में मृत्यु के कारणों का रिव्यू न करने तथा गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच का रिकार्ड पोर्टल पर दर्ज न करने के कारण जिले में पदस्थ पांच विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये हैं।
कलेक्टर द्वारा जिन विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों की वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिये गये हैं। उनमें पनागर के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष ठाकुर, सिहोरा के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक गायकवाड़, मझौली के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस ठाकुर, बरगी की विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा ठाकुर एवं कुंडम के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनू शर्मा शामिल हैं।
ज्ञात हो कि कलेक्टर ने श्री शर्मा गत दिवस आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में मातृ एवं शिशु कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों को समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान इन विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों द्वारा गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, एएनसी जांच, जननी सुरक्षा योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु के प्रकरणों में मृत्यु के रिव्यू के बारे में तथ्यात्मक जानकारी प्रस्तुत नहीं की जा सकी थी। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया jabalpur news पर क्लिक करें.