मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के सरकारी विक्टोरिया जिला अस्पताल में पिछले 7 महीने से एक्सरे फिल्म नहीं है इसके कारण अस्पताल में मरीजों का एक्स-रे तो किया जा रहा है परंतु उन्हें एक्स-रे दिया नहीं जा रहा है। सरकारी सिस्टम की निंदा बाद में कर लेंगे फिलहाल जबलपुर के दानदाताओं से अपील है कि यदि वह इस सप्ताह कुछ दान करने की योजना बना रहे हैं कृपया अस्पताल को एक्स-रे फिल्म दान करें।
मोबाइल पर फोटो खींच कर दे देते हैं
अस्पताल प्रबंधन संवेदनशीलता के साथ काम कर रहा है। अक्सर सरकारी अस्पतालों में एक्सरे फिल्म खत्म हो जाने पर, एक्स-रे करना बंद कर देते हैं लेकिन विक्टोरिया अस्पताल में एक्स-रे करना बंद नहीं किया गया है। केवल उसका फिल्म पर प्रिंट नहीं दिया जाता। मोबाइल पर फोटो खींच कर दे देते हैं।
हेल्थ मिनिस्टर को भी बता चुके हैं, पूरे प्रदेश की समस्या है
सिविल सर्जन डॉ राजकुमार चौधरी के मुताबिक सात महीने से एक्सरे फिल्म की समस्या बनी हुई है। अब तक 3 से 4 बार शासन स्तर पर पत्र और रिमाइंडर भेज चुके हैं। हेल्थ मिनिस्टर को भी बता चुके हैं। पर एक्सरे फिल्म का ठेका न होने से भोपाल स्तर से ही एक्सरे फिल्म नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में मोबाइल से फोटो खींच कर किसी तरह मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
3 दिन में 4 पैकेट खर्च हो जाते हैं
विक्टोरिया अस्पताल में 3 दिन में 4 पैकेट खर्च हो जाते हैं। बाजार में एक्सरे फिल्म के पैकेट की कीमत लगभग ₹4000 है। अस्पताल को 1 महीने के लिए 30 पैकेट की जरूरत है। लोग अपनी क्षमता के अनुसार एक पैकेट का दान भी करेंगे तब भी सहायता हो जाएगी। विधायक अपनी विधायक निधि से और सांसद अपनी सांसद निधि से भी मदद कर सकते हैं। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया jabalpur news पर क्लिक करें.