जबलपुर। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके सिंह सैनी व सचिव राजेश तिवारी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि कोई एलएलबी स्टूडेंट (जिसकी डिग्री पूरी नहीं हुई है) काला कोट और बैंड पहन कर न्यायालय परिसर में वकालत करता हुआ मिला तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि एमपी स्टेट बार कौंसिल में रजिस्ट्रेशन के बिना कोर्ट में प्रैक्टिस अनुचित है।
उन्होंने बताया कि इस तरह की शिकायतें निरंतर मिल रही हैं कि कई विधि छात्र जिनकी वकालत की शिक्षा अभी पूर्ण नहीं हुई, वे किसी वरिष्ठ अधिवक्ता से इंटर्नशिप के बहाने कोर्ट कैंपस में चले आते हैं। इस दौरान वह खुद को एक रजिस्टर्ड एडवोकेट की तरह प्रदर्शित करते हैं एवं वकीलों के लिए निर्धारित गणवेश पहनते हैं। इतना ही नहीं कोल्ड रूम के अंदर जाकर बहस भी करते हैं। इस तरह की गतिविधियां पक्षकार के साथ धोखाधड़ी का गंभीर अपराध हैं।
सैनी व तिवारी ने साफ किया कि यदि अदालतों में कोई भी ऐसा संदिग्ध विधि छात्र नजर आए,तो फौरन उससे पहचान पत्र मांगा जाए। गलत पाए जाने पर उसके सिलसिले में जिला बार को सूचित किया जाए। ताकि उसे पुलिस के हवाले किया जा सके। इसी तरह जो लोग वकील हुए बिना वाहनों में वकालत का मोनो लगाए घूम रहे हैं, वे भी सावधान हो जाएं। इस तरह की गाड़ी पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस से इस दिशा में जांच की अपील की जा चुकी है।
जिला बार उपाध्यक्ष अखिलेश चौबे, महिला उपाध्यक्ष ज्योति राय, सह सचिव यतेंद्र कुमार अवस्थी गुड्डा, कोषाध्यक्ष अजय दुबे, पुस्तकालय सचिव अमित कुमार साहू, कार्यकारिणी सदस्य अर्जुन साहू, प्रदीप परसाई बाबा, आशीष पांडे, दमोदर पाटकर, शैलेंद्र यादव, रेणुका शुक्ला व राजू बर्मन ने विधि छात्रों से मार्यादा में रहने की अपेक्षा की है। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया jabalpur news पर क्लिक करें.