Madhya Pradesh Board of Secondary Education द्वारा कक्षा 10 हाई स्कूल एवं कक्षा 12 हायर सेकेंडरी स्कूल की वार्षिक परीक्षाएं जो टाइम टेबल के अनुसार फरवरी के महीने में होनी थी, अब अप्रैल में कराए जाने का विचार किया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि यदि फरवरी में तीसरी लहर पीक पर रही तो अप्रैल में परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश इस साल आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट बनाने के मूड में नहीं है क्योंकि आंतरिक मूल्यांकन के कारण एक तरफ प्रतिभाशाली बच्चों की रैंकिंग खराब होती है तो दूसरी तरफ बोर्ड के विद्यार्थियों पर पढ़ाई का प्रेशर खत्म हो जाता है जो उनकी योग्यता को प्रभावित करता है। सिर्फ कक्षा 10 एवं कक्षा 12 ही नहीं बल्कि दूसरी सभी कक्षाओं की परीक्षाएं भी अप्रैल के महीने में कराने पर विचार किया जा रहा है।
यदि हालात नहीं सुधरे तो विकल्प पर काम करेंगे
अगर किसी कारण से अप्रैल के महीने में परीक्षा का आयोजन संभव नहीं होता, तो फिर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट बनाया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स के तिमाही और छमाही के मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट बनेगा। ऐसे में प्राइवेट परीक्षा के फॉर्म भरने वाले छात्रों को 33% अंक देकर पास किया जा सकता है। इस बार स्कूल शिक्षा विभाग फॉर्मूले के आधार पर रिजल्ट नहीं बनाएगा। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.