भोपाल। मध्यप्रदेश में संचालित 5007 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में 1208 समिति प्रबंधकों की वैकेंसी ओपन होने वाली है। जल्द ही जॉब नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। इस सरकारी नौकरी की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आएगी क्योंकि यह प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहकारिता से विकास की अवधारणा के क्रियान्वयन के लिए की जा रही है।
मध्यप्रदेश में संचालित 5007 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में से मात्र 795 समिति प्रबंधकों के पद पर कर्मचारी काम कर रहे हैं शेष समितियां बिना प्रबंधक के चल रही है। प्रधानमंत्री की अवधारणा के बाद रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। कोई 4212 रिक्त पदों में से 3004 पदों पर मध्य प्रदेश सहकारिता विभाग के कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा जबकि 1208 रिक्त पदों पर डायरेक्ट रिक्रूटमेंट किए जाएंगे।
मध्य प्रदेश में प्राथमिक कृषि सहकारी समिति का महत्व
प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं, धान या अन्य उपज खरीदनी हो, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न् वितरण करना हो या फिर किसानों को रबी और खरीफ फसलों के लिए अल्पावधि ऋण उपलब्ध कराना हो, सरकार सहकारी समितियों पर ही निर्भर है।
मध्य प्रदेश में प्राथमिक कृषि सहकारी समिति में कितने रिक्त पद
समितियों के ऊपर काम का बोझ तो बढ़ता जा रहा है पर न तो सेल्समैन की नियुक्ति हो पा रही है और न ही अन्य पदों पर नियमित अधिकारी पदस्थ हैं। सहायक समिति प्रबंधक को समिति प्रबंधक का प्रभार देकर काम चलाया जा रहा है। वर्ष 2000 में भर्ती हुई थी। इसके बाद से रिक्त पदों का प्रभार सहायक समिति प्रबंधक को देकर काम चलाया जा रहा था।
मध्य प्रदेश सहकारी समिति प्रबंधक भर्ती परीक्षा का आयोजन कौन करेगा
अब विभाग ने समितियों में प्रबंधक की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इसके लिए सेवा नियमों में संशोधन करके समिति प्रबंधक के पद को फिर से बनाया गया है। तय किया गया है कि तीन हजार चार पदों पर पूर्व से समितियों में काम कर रहे कर्मचारियों को मौका दिया जाएगा। एक हजार 208 पद बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) के माध्यम से भरे जाएंगे। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.