बड़ामलहरा। शासन के तमाम प्रयासों एवं आए दिन हो रही लोकायुक्त की कार्रवाईयों के वाबजूद शासकीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। महिला बाल विकास विभाग मे सागर लोकायुक्त टीम ने सोमवार को कम्प्यूटर ऑपरेटर गोलू उर्फ श्रीराम को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के स्थानांतरण एवं नोटिस फाइल करने के एवज में तीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुये रंगेहाथ पकड़ कर परियोजना अधिकारी डा. एकता गुप्ता सहित तीन लोगों के बिरूद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
जानकारी के मुताबिक खैरी मे पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सम्पत देवी अहिरवार का खैरी से रचपुरा स्थानांतरण करवाने की एवज में सवा लाख रुपये की मांग की गई थी जिसकी शिकायत महिला के पति मुकेश अहिरवार द्वारा लोकायुक्त सागर से की गई थी। उक्त रकम मे से तीस हजार रुपया आज देने की बात हुई जिसे देते समय लोकायुक्त टीम ने दबोच लिया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पति मुकेश अहिरवार ने बताया कि अपनी पत्नी सम्पत की पदस्थापना रचपुरा मे करवाने के लिए परियोजना अधिकारी से बात की मैडम ने 1लाख 25 हजार देने पर ही फाइल आगे बढ़ेगी जिसमें से तीस हजार रुपये आज देने की बात हुई थी ।उक्त रकम गोलू को देने को कहा जिसे लेकर मै कार्यालय आया गोलू ने कहा रकम बाहर देना तब मैने बाहर आकर रकम दी।
बृज मोहन दुवेद्वी निरीक्षक लोकायुक्त सागर ने बताया कि आवेदक की पत्नी संपत अहिरवार का स्थानांतरण खैरी से रचपुरा करवाने एवं नोटिस फाइल करने की एवज मे तीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुये कम्प्यूटर आँपरेटर गोलू सैन को रंगे हाथों पकड़ कर परियोजना अधिकारी डा.एकता गुप्ता पति बिबेक गुप्ता,गोलू उर्फ श्रीराम, राममिलन रैकवार के बिरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण पंजीवद्ध कर कार्यवाही की जा रही है क्योंकि कम्प्यूटर आँपरेटर परियोजना अधिकारी के कहने पर उनके लिए रिश्वत ले रहा था। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.