भोपाल। मध्यप्रदेश में आवारा कुत्तों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। झुंड बनाकर बच्चों और वृद्धों पर हमला करते हैं। रतलाम में 8 साल की मासूम बच्ची कि 15 दिन तक चले इलाज के बाद मृत्यु हो गई। कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला करके उसे घायल कर दिया था।
जानकारी के अनुसार 8 वर्षीय माया पुत्री हरजी पारगी की निवासी ग्राम रामपुरिया को 15 दिन पहले घर के बाहर खेलते समय कुत्तों ने हमला किया था। उसके ताऊजी पूनमचंद ने बताया कि माया घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान एक कुत्ते ने उसके पैर में काट लिया था। उसका इलाज कराकर इंजेक्शन भी लगाए गए थे।
शुक्रवार सुबह सात से आठ बजे के बीच अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और उसे झटके व झाग आने लगे। इस पर स्वजन ने उसे जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया जहां रात में उसने दम तोड़ दिया। शनिवार सुबह पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
सरकार कुछ करती नहीं, पब्लिक करे तो FIR हो जाती है
सबसे बड़ी समस्या यह है कि आवारा कुत्तों को आबादी वाले इलाकों से दूर करने के लिए सरकार कुछ नहीं करती। कुत्तों को पकड़ने और नसबंदी का बजट कहां चला जाता है कोई हिसाब नहीं है। ऑडिट वाले भी कुत्तों की नसबंदी कैसे चेक कर सकते हैं।
दूसरी बड़ी समस्या यह है कि पब्लिक यदि आवारा कुत्तों को अपने मोहल्ले कॉलोनी से भगाने के लिए लाठी उठाती है तो एनिमल लवर्स एक्टिव हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो जाता है और पुलिस वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत FIR दर्ज कर लेती है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.