भोपाल। इन दिनों ब्यूरोक्रेसी और बाबू गिरी में कोई खास अंतर नजर नहीं आता। मान्यता है कि एक अफसर हस्ताक्षर करने से पहले सब कुछ कंफर्म कर लेता है लेकिन मध्यप्रदेश में पिछले कुछ समय से Ohh Sorry जैसे हालात बने हुए हैं। नर्सिंग कॉलेजों में 145 सीटों पर एडमिशन कंफर्म करने के बाद निरस्त कर दिए गए।
सपना एम लोवंशी, अपर संचालक नर्सिंग, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा एमपी ऑनलाइन लिमिटेड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र क्रमांक 72 दिनांक 20 जनवरी 2022 के माध्यम से आदेशित किया गया है कि मध्य प्रदेश के सरकारी नर्सिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए जो काउंसलिंग कराई जा रही है उसका सेकंड राउंड निरस्त किया जाता है।
अपर संचालक ने बताया कि काउंसलिंग के सेकंड राउंड में किन्ही कारणों से आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं हुआ। अतः नवीन प्रक्रिया द्वारा द्वितीय चरण के आवंटन की कार्रवाई करें। कितनी अजीब बात है, 3 शब्द (किन्ही कारणों से) लिखकर कंफर्म हो चुके एडमिशन निरस्त कर दिए गए। इस प्रकार के आदेशों से समाज में सरकार के प्रति अविश्वास का भाव पैदा होता है। सरकारी आदेशों की स्थिरता और विश्वसनीयता पर प्रश्न उपस्थित होते हैं। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.