मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की पुलिस भिंड जिले के रहने वाले राजेंद्र सिंह भदौरिया एवं उनकी पत्नी छाया भदौरिया की तलाश कर रही है। भोपाल जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले एडवोकेट पंकज खरे ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी एवं अमानत में खयानत का मामला दर्ज करवाया है।
मामले के इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर एवं एमपी नगर थाने में पदस्थ असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर संजय सिंह सिसौदिया ने बताया कि राजेंद्र भदौरिया भोपाल के सोनागिर इलाके में रहते थे और ट्रांसपोर्ट का कारोबार करते थे। जालसाजी के एक मामले में विवाद के कारण सन 2016 में अधिवक्ता पंकज खरे और राजेंद्र भदौरिया की मुलाकात हुई थी। पहचान प्रगाढ़ होने पर राजेंद्र भदौरिया ने पंकज खरे को बताया कि मोंटफोर्ट स्कूल के पास उनकी पत्नी छाया भदौरिया के नाम एक प्लॉट है जिसे बेचना है।
दोनों के बीच सौदा तय हो गया और पंकज खरे ने 1500000 रुपए देकर एग्रीमेंट कर लिया। एग्रीमेंट के अनुसार जब रजिस्ट्री नहीं हुई तो एडवोकेट पंकज खरे ने पुलिस में शिकायत कर दी। इन्वेस्टिगेशन के दौरान पाया गया कि जिस प्लॉट को बेचने के लिए एग्रीमेंट किया गया है वह बैंक ऑफ महाराष्ट्र में गिरवी रखा हुआ है। इतना ही नहीं एग्रीमेंट की तारीख के बाद उसी प्लॉट पर एक और बैंक से लोन लिया गया है। पुलिस ने राजेंद्र भदौरिया एवं छाया भदौरिया के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर लिया है। दोनों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस तलाश कर रही है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें