मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में जनपद पंचायत आष्टा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिवाकर पटेल को एक वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड कर दिया गया। सीईओ ने कहा कि वह तो चंदा इकट्ठा कर रहे थे लेकिन कमिश्नर कार्यालय से बताया गया कि यह कृत्य घोर कदाचार की श्रेणी में आता है।
क्या दिखाई दे रहा है वायरल वीडियो में
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जनपद पंचायत के सीईओ दिवाकर पटेल की ऑफिस टेबल की दराज में एक कर्मचारी कुछ पैसे रख रहा है। बताया गया कि ₹7500 बतौर रिश्वत दिए गए हैं। इसके बदले में सीसी रोड वाली फाइल पर साइन करना है। वीडियो सुर्खियों में आने के बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिवाकर पटेल ने बताया कि वह तो मृत कर्मचारी के परिवार की मदद के लिए चंदा ले रहे थे।
अपने बयान में दिवाकर पटेल ने कहा कि माखनलाल इंजीनियर का निधन होने के बाद उनके परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए सभी लोग व्यक्तिगत रूप से सहयोग कर रहे हैं। कुल ₹75000 जमा हो चुके हैं। इसी प्रक्रिया के बीच का यह वीडियो वायरल हुआ है। जबकि कमिश्नर कार्यालय भोपाल संभाग से जारी आदेश में कहा गया है कि पटेल का यह कृत्य घोर कदाचार की श्रेणी में आता है, और मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम का उल्लंघन है। इसके लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.