भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी के मामले में स्थितियां असामान्य होती जा रही है। शिक्षक भर्ती पथरिया में ऐतिहासिक देरी के कारण उम्मीदवारों का सब्र जवाब देने लगा है। जनजातीय कार्य विभाग के रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु चयनित शिक्षकों ने प्रधानमंत्री के नाम खून से खत लिखा है।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बीच पूरे भारत में भारतीय जनता पार्टी की सरकारों की समीक्षा की जा रही है। मध्यप्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव 2023 में लेकिन जनता के बीच सोशल मीडिया पर नजर आ रही नाराजगी का असर दूसरे प्रदेशों पर अवश्य पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा की घोषणा सन 2018 में हुई थी। 4 साल बाद सन 2022 में प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीख घोषित की गई है। माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद नियुक्ति पत्र नहीं दिए जा रहे हैं।
चयनित शिक्षकों ने खून से लिखे खत में क्या लिखा है
चयनित शिक्षकों ने खून से लिखे खत में बताया है कि मध्य प्रदेश में शिक्षक भर्ती के तहत कोई घोषणा के अनुसार लगभग 14000 पद रिक्त हैं। निवेदन किया गया है कि 26 जनवरी तक रिक्त पदों पर नियुक्ति पत्र जारी किए जाएं। अपनी पहचान के रूप में चयनित शिक्षकों ने स्वयं को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित बताया है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.