हाल ही में मप्र लोकसेवा आयोग ने MPPSC 2021 का नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें आयुसीमा की गणना 1 जनवरी 2022 रखे जाने की वजह से मप्र के हजारों अभ्यर्थी अपात्र हो गए हैं। कोरोनकाल के साथ ही ओबीसी आरक्षण के मुद्दे की वजह से मप्र लोकसेवा आयोग ने 3 बार अपना कलेंडर परिवर्तित किया जिसका खामियाजा आज ऐसे हजारो अभ्यर्थी भर रहे है जो वर्षो से अधिकारी बनने का सपना अपने मन लेकर तैयारी कर रहे थे।
हालांकि लोकसेवा आयोग के OSD डॉ श्री आर. पंचभाई ने एक समाचार पत्र के माध्यम से बताया की आयोग के कलेंडर गड़बड़ाने से छात्र ओवरएज हुए है और आयोग ने सरकार को इस संबंध में आयुसीमा में 2 वर्ष की छूट देने राज्य सरकार को पत्र भी लिखा है। सरकार के सकारात्मक जवाब के बाद सभी को राज्य सिविल सेवा परीक्षा 2021की परीक्षा में आवेदन करने का मौका दिया जाएगा।
छात्रों का साफ कहना है की कोरोना और ओबीसी आरक्षण के चलते यदि कलेंडर गड़बड़ाया है तो उसका खामियाजा हम क्यो भुगतें। प्रदेश के ऐसे सभी छात्र जो ओवर एज हुए है का कहना है की प्रदेश में होने जा रही समस्त भर्तियों में चाहे वो लोकसेवा आयोग की हो, व्यावसायिक परीक्षा मंडल की हो या फिर विश्वविद्यालयों में होने वाली भर्ती, समस्त भर्तियों में मप्र शासन उन्हे आयुसीमा में 2 वर्ष को छूट दे। ✒ GAURAV SHARMA
इससे पूर्व प्रकाशित हुए खुले खत पढ़ने के लिए कृपया Khula Khat पर क्लिक करें. खुला खत एक ओपन प्लेटफार्म है। यहां मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं। सुझाव देते हैं एवं समस्याओं की जानकारी देते हैं। यदि आपके पास भी है कुछ ऐसा जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजिए हमारा ई-पता है:- editorbhopalsamachar@gmail.com