भोपाल। दिनांक 2 जनवरी 2022 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ओबीसी महासभा के बैनर तले आधा दर्जन से ज्यादा संगठनों का सामूहिक प्रदर्शन फेल हो गया। पुलिस ने जैसे ही कार्रवाई शुरू की, घबराए नेताओं ने कदम पीछे खींच लिए। ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव तुलसीराम पटेल ने पत्रकारों के सामने आकर अपना पक्ष रखा। लाखों लोगों की बात की जा रही थी परंतु पुलिस हिरासत में लिए गए नेताओं और कार्यकर्ताओं की संख्या 1000 भी नहीं थी।
ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव तुलसीराम पटेल का बयान
तुलसीराम पटेल ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को ही हमारे कई नेताओं को नजर बंद कर दिया था। विभिन्न जिलों से जो कार्यकर्ता भोपाल आ रहे थे उन्हें रोक दिया गया। कुछ लोग जो भोपाल के अंदर तक आ गए थे उन्हें हिरासत में लिया गया। कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने मारपीट भी की है। पटेल ने कहा कि अब हम मध्य प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन करेंगे। शासन-प्रशासन हमको कब तक रोकेगा, देखते हैं।
असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस का बयान
असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस टीटी नगर ने स्पष्ट कर दिया था कि 2 जनवरी 2022 को प्रस्तावित प्रदर्शन बिना अनुमति के किया जा रहा है, इसलिए इस प्रदर्शन को रोक दिया जाएगा। एसीपी टीटी नगर में कहा था कि हमारे पास पुख्ता जानकारी है कि ओबीसी महासभा के नाम पर जो प्रदर्शन किया जा रहा है, उसमें हिंसा की साजिश रची गई है। एसीपी के बयान के बावजूद ओबीसी महासभा की तरफ से किसी भी नेता नहीं शांतिपूर्ण प्रदर्शन की गारंटी नहीं ली थी। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.
Bhopal,,,ओबीसी महासभा द्वारा सीएम हाउस का घेराव करने को लेकर पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी पर एडिशनल सीपी इरशाद वली का बयान। @uffyeh1 @1970_anurag@siddharths_24 @sagartvnews @CP_Bhopal pic.twitter.com/KiPFgHwJ7E
— विनीत रिछारिया (@vinnetmonu) January 2, 2022