भोपाल। मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और ऑनलाइन पेमेंट एप्लीकेशन पेटीएम ने भोपाल के हजारों बिजली उपभोक्ताओं के साथ छल कर डाला। दिनांक 22 जनवरी से लेकर 28 जनवरी 2022 तक हजारों बिजली उपभोक्ताओं का पैसा अटक गया। बैंक से पेमेंट कट गया लेकिन बिजली बिल जमा नहीं हुआ। उपभोक्ता आज भी परेशान हो रहे हैं।
गड़बड़ी क्यों हुई, बैंक से पैसा कटा तो बिजली बिल क्यों नहीं जमा हुआ
दरअसल, मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और पेमेंट एप्लीकेशन कंपनी पेटीएम के बीच दिनांक 21 जनवरी 2022 को अनुबंध खत्म हो गया था। इसलिए पेटीएम के माध्यम से जमा किए गए बिजली बिल की राशि बिजली कंपनी के सॉफ्टवेयर में दर्ज ही नहीं हुई। उपभोक्ताओं के बैंक से पैसा कट गया परंतु बिजली बिल के खाते में जमा नहीं हुआ। यह गड़बड़ी 22 जनवरी से 28 जनवरी 2022 तक लगातार चलती रही, और उपभोक्ता लगातार परेशान होते रहे। सनद रहे कि पेटीएम के माध्यम से हर रोज एक करोड रुपए का राजस्व जमा होता है।
गड़बड़ी के लिए कौन जिम्मेदार है
यह उपभोक्ताओं के साथ छल करने का मामला है। इसके लिए बिजली कंपनी और पेटीएम दोनों जिम्मेदार हैं। बिजली कंपनी ने अपने उपभोक्ताओं को अनुबंध खत्म होने की जानकारी नहीं दी। पेटीएम ने भी अपने उपभोक्ताओं से पैसा लेना बंद नहीं किया। यह सब कुछ उस सरकारी रवैया के कारण हुआ है, जिससे आम जनता हमेशा परेशान रहती है।
यह गड़बड़ी, एक आरोप लगाने के लिए पर्याप्त कारण प्रदान करती है कि बिजली कंपनी के अधिकारी और पेटीएम के बीच पर्दे के पीछे वाली डील नहीं हो पाई थी। इसके कारण बिजली कंपनी के अधिकारियों ने ना केवल हजारों उपभोक्ताओं को परेशान किया बल्कि अपनी कंपनी में जमा होने वाले 8 करोड़ रुपए की रकम को समय पर जमा करने से बाधित किया। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें.